शिंदे गुट एक शर्त पर मुख्यमंत्री पद छोड़ने को तैयार है. वह शर्त ये है कि एकनाथ शिंदे को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार में जगह दी जाए.
रांची के सियासी गलियारों में नई चर्चा शुरू हो गई है. कहा जा रहा है कि अगस्त महीने में जेएमएम छोड़ बीजेपी में गए चंपई सोरेन अब घर वापसी कर सकते हैं.
उद्धव और शरद विधानसभा चुनाव में मिली हार का बदला महायुति से लेना चाहते हैं और इसके लिए उन्होंने अपनी तैयारी भी शुरू कर दी है.
झारखंड में एक बार फिर झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) गठबंधन सरकार बनाने जा रही है. जेएमएम की जीत के बाद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन के साथ दिल्ली दौरे पर हैं. आज उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. पीएम मोदी से मुलाकात से पहले हेमंत और उनकी पत्नी केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मिलने संसद भवन पहुंचे थे.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महागठबंधन ने 237 सीटों पर जीत हासिल की. इससे यह तय हो गया है कि राज्य में महायुति सरकार बनेगी. हालांकि, अभी तक राज्य के मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा नहीं की गई है. वहीं महागठबंधन में शामिल तीनों दलों के विधायक अपने नेताओं के लिए भगवान को पानी में डाल रहे हैं. इस बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री पद को लेकर दिल्ली में फैसला हो गया है और माना जा रहा है कि राज्य का मुख्यमंत्री पद बीजेपी के पास ही रहेगा.
झारखंड के सियासी गलियारों में चर्चा है कि चंपई सोरेन फिर से जेएमएम में आने के रास्ते तलाश रहे हैं. वहीं, जेएमएम के एक नेता ने चंपई को पार्टी में वापस आने का न्योता भी दे दिया है.
उद्धव ठाकरे और शरद पवार की पार्टी ने अब बीएमसी चुनाव की तैयारी शुरू कर दी है. उद्धव और शरद दोनों चाहते हैं कि विधानसभा चुनाव की हार का असर बीएमसी चुनावों पर न पड़े, इसलिए उन्होंने कार्यकर्ताओं में नया जोश भरना शुरू कर दिया है.
बीजेपी द्वारा सीएम पद फाइनल किए जाने के बाद शिंदे ने इस पर असहमति जताई है। सूत्रों का दावा है कि शिंदे कोई बड़ा कदम उठाने की योजना बना रहे हैं, क्योंकि वह डिप्टी सीएम का पद स्वीकार करने को तैयार नहीं हैं। सूत्रों के मुताबिक शिंदे गुट के सांसदों ने पीएम मोदी से मिलने का समय मांगा है।
देर रात जब विश्वराज सिंह के साथ बड़ी भीड़ सिटी पैलेस के गेट पर पहुंची तो वहां से पथराव शुरू हो गया। इसके बाद कुछ लोगों ने महल की दीवार फांदने का प्रयास किया तो सिटी पैलेस के अंदर मौजूद लोगों ने उन्हें तुरंत रोक दिया। इस दौरान विश्वराज सिंह और उनके समर्थक देर रात तक जगदीश चौक से सिटी पैलेस के बीच बैठे रहे।
महायुति (NDA) गठबंधन में मुख्यमंत्री पद को लेकर खींचतान तेज हो गई है. एक ओर एकनाथ शिंदे गुट वाली शिवसेना ने सीएम पद पर अपनी दावेदारी ठोक दी है. वहीं भाजपा चाहती है कि देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बनें.