महाराष्ट्र में उद्धव गुट और शरद पवार गुट ने एक बड़ा फैसला लिया है। दोनों ही गुटों ने अपने नेताओं से शपथ पत्र लिखवाया है। एनसीपी ( शरद पवार) और शिवसेना ( उद्धव ठाकरे) ने नेताओं को खाने के डर से उनसे शपथ पत्र लिखवाया है। हलफनामे में उनसे लिखवाया गया है कि निर्वाचित होने के बाद भी सभी नेता पार्टी के साथ ही रहेंगे।
महाराष्ट्र में यह देखना भी दिलचस्प होगा कि पार्टियों के बंटवारे के बाद कौन सा गुट भारी पड़ा है। आइए जानते हैं महाराष्ट्र की उन वीआईपी सीटों के बारे में जिन पर है कड़ी टक्कर
बारामती की विधानसभा सीट पर पिछले 57 सालों से पवार परिवार का कब्जा है. यहां पर साल 1967 में शरद पवार ने पहली बार जीत हासिल की थी. इसके बाद लगातार 6 बार शरद विधायक बने.
आज 15 राज्यों की 48 विधानसभा और 2 लोकसभा सीटों के नतीजे आ रहे हैं। महाराष्ट्र और झारखंड विधानसभा चुनाव के साथ ही इन सीटों के लिए भी सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू हो जाएगी। उत्तर प्रदेश की 9 सीटों के नतीजों पर सबकी नजर है। वायनाड लोकसभा सीट का नतीजा भी काफी अहम माना जा रहा है। सबसे ज्यादा 9 सीटों पर उत्तर प्रदेश में उपचुनाव हुए हैं।
दो राज्यों महाराष्ट्र और झारखंड में हुए चुनाव के परिणाम शनिवार को आ जाएंगे. दोनों गठबंधन महायुति और महाविकास अघाड़ी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. ज्यादातर एक्जिट पोल महायुति के आने की संभावना जता रहे हैं लेकिन किसी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला तो महाराष्ट्र के सबसे बड़े मौसम वैज्ञानिक की लॉटरी निकल जाएगी. उनके पोस्टर अभी से लहराने लगे हैं.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले और शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सांसद संजय राउत के बीच तीखी जुबानी जंग देखने को मिली है.
एग्जिट पोल्स के आंकड़ों को देखने के बाद निर्दलीय और छोटी पार्टियों ने अपनी सक्रियता कुछ ज्यादा ही बढ़ा दी है. एग्जिट पोल्स का यह भी कहना है कि किसी भी गठबंधन को बहुमत नहीं मिलेगा. जिस भी अलायंस के सरकार में आने की संभावना होगी, उसे निर्दलीय और छोटी पार्टियों का सहारा लेना पड़ेगा.
उद्धव ठाकरे की शिवसेना और शरद पवार की एनसीपी चुनावी नतीजों को लेकर पहले से सतर्क हो गई है. मालूम हो कि दोनों ही पार्टियां टूट का शिकार हो चुकी हैं. ऐसे में उद्धव ठाकरे और शरद पवार बिल्कुल नहीं चाहते हैं कि परिणाम आने के बाद उनके विधायक इधर-उधर जाने का सोचें.
बिहार का सोनपुर मेला न केवल भारत में बल्कि विदेशों में भी प्रसिद्ध है। इस मेले में बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक आते हैं। इस मेले में लैला मजनू नामक पौधा आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
NDA, जिसे राज्य में महायुति के नाम से जाना जाता है. उसमें भी मुख्यमंत्री बनने को लेकर खींचातान देखने को मिल रही है. एनसीपी (अजित गुट) के नेताओं ने तो साफ तौर पर कह दिया है कि अजित पवार महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री बनेंगे.