महू/भोपाल। भारतीय क्रिकेट टीम ने रविवार की देर रात चैंपियंस ट्रॉफी का का खिताब अपने नाम कर लिया। टीम इंडिया की इस जीत पर पूरे देश में जश्न मनाया जा रहा है। इस बीच मध्य प्रदेश के महू में टीम इंडिया के समर्थकों को जश्न मनाना भारी पड़ गया। यहां बीती रात उपद्रवियों ने ऐसा तांडव मचाया कि पूरा राज्य हिल गया।
इस घटना को लेकर लोगों में काफी गुस्सा देखने को मिल रहा है। इस बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक शख्स न महू पत्थरबाजी को लेकर ऐसा पोस्ट किया है, जिसपर काफी चर्चा हो रही है। शख्स ने लिखा है, ‘1947 में पाकिस्तान जाने वाली ट्रेन छूट जाने से पाकिस्तान समर्थक नाराज हो गए और उन्होंने भारत की जीत का जश्न मना रहे लोगों पर हमला कर दिया।’
इस पोस्ट पर कई लोगों का कहना है कि अगर इन कट्टरपंथियों को 1947 में यानी बंटवारे के वक्त पाकिस्तान भेज दिया जाता तो आज महू में ऐसी घटनाएं नहीं होतीं।
जानें महू में क्या हुआ था…
बता दें कि महू में घटना रविवार रात 10 बजे के करीब हुई। भारत की जीत के बाद 100 से ज्यादा युवा बाइक पर सवार होकर जुलूस निकाल रहे थे। इस दौरान वो भारत माता की जय और जय श्री राम के नारे लगा रहे थे। तभी जामा मस्जिद के पास आतिशबाजी करने को लेकर विशेष समुदाय के लोगों से उनका विवाद हो गया। मुस्लिम लोगों ने पीछे से कुछ लोगों को पकड़ लिया और पीटने लगे। आगे से कुछ लोगों ने पत्थरबाजी करनी शुरू कर दी। दोनों समुदाय के लोग आपस में भिड़ गए। घरों-दुकानों के बाहर खड़ी गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई।
कई गाड़ियों में लगाई आग
घटना में 5-6 लोगों के घायल होने की खबर सामने आ रही है। बवाल बढ़ने पर चार थाने के पुलिस बल को महू में तैनात किया गया है। डीआईजी निमिष अग्रवाल ने देर रात डेढ़ बजे महू जाकर शहर में स्थिति का जायजा लिया। उपद्रवियों ने 12 से ज्यादा बाइक में आग लगा दी। 300 से ज्यादा पुलिस अफसर और जवान मौके पर तैनात हैं। मौके पर आर्मी के जवानों को भी तैनात करना पड़ा है।