चुनाव परिणाम आने के बाद से बीजेपी गुट में ख़ुशी की लहर दौड़ रही है। डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस की मां इस जीत से गदगद हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे कोपरी-पाचपाखाड़ी सीट से बड़ी जीत की ओर बढ़ रहे हैं. वो 70,733 वोटों से अपने प्रतिद्वंदी उम्मीदवार से आगे चल रहे हैं. शिंदे की ये जीत देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार से बड़ी है.
महाराष्ट्र कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले साकोली सीट से पीछे चल रहे हैं. बताया जा रहा है कि पटोले चुनाव हार भी सकते हैं. वहीं कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण भी हार के मुहाने पर खड़े हैं. चव्हाण कराड दक्षिण सीट से 10 हजार से ज्यादा वोटों से पीछे चल रहे हैं
महाराष्ट्र में महायुति की महाजीत ने सभी को हैरान कर दिया है. हर कोई बीजेपी गठबंधन की इतनी बड़ी जीत की वजह जानना चाहता है. इस बीच यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ के बटेंगे तो कटेंगे वाले नारे की खूब चर्चा की जा रही है.
देवेंद्र फडणवीस ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा है, एक हैं सेफ हैं, मोदी है तो मुमकिन है। आपको बता दें बीजेपी 149 सीटों पर चुनाव लड़ी थी, जिसमें 128 सीटों पर आगे चल रही है। इसका मतलब बीजेपी 86% सीटों पर बढ़त बनाए हुए है।
महाराष्ट्र में वोटों की गिनती के बीच खबर आ रही है कि महायुति कल मुंबई में बैठक करने जा रही है। इसी के साथ 26 नवंबर को शपथ ग्रहण का भी कार्यक्रम है। वहीं 25 तारीख को भाजपा विधायक दल का नेता चुना जाएगा। 26 तारीख को सरकार बनेगी। यानी 26 नवंबर को नई सरकार शपथ लेगी।
महायुति गठबंधन 210 सीटों पर आगे चल रही है, वहीं महाविकास अघाड़ी 68 सीटों पर आगे है। झारखंड की 81 सीटों में से इंडिया गठबंधन 50 पर आगे है जबकि NDA 28 पर बढ़त बनाये हुए है।
महाराष्ट्र के शुरूआती रुझानों से खुश होकर भाजपा समर्थकों ने महाराष्ट्र में सरकार बनाने का दावा कर दिया है। कार्यकर्ता बीजेपी कार्यालय में जश्न का मना रहे हैं। कार्यालय में अभी से लड्डू और जलेबी बंटना शुरू हो गया हैं। कार्यकर्ता एक दूसरे को लड्डू खिलाकर खुशियां मना रहे हैं।
चुनाव परिणाम में सबसे ज्यादा निराशाजनक प्रदर्शन राज ठाकरे की पार्टी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) का रहा है. चुनाव परिणाम में एमएनएस अपना खाता खोलने में नाकाम दिख रही है. राज के बेटे अमित खुद माहिम सीट से चुनाव हार रहे हैं.
महाराष्ट्र और झारखंड के रुझानों से साफ संकेत है कि भाजपानीत गठबंधन की सरकार बन रही है. लोकसभा चुनाव की तरह राहुल गांधी ने इन चुनावों में भी जाति जनगणना और संविधान की रक्षा जैसे मुद्दों को उठाया थो लेकिन वो फुस्स हो गये. अगले साल होने दिल्ली और बिहार में चुनाव है. ऐसे में सवाल उठ रहे हैं कि राहुल बाबा अब क्या करेंगे?