Cabinet Decision Today: 19 मार्च 2025 को केंद्रीय मंत्रिमंडल ने महाराष्ट्र में एक महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजना को हरी झंडी दिखाई. जेएनपीए पोर्ट (पगोटे) से चौक तक 29.219 किलोमीटर लंबे 6-लेन ग्रीनफील्ड हाई-स्पीड नेशनल हाईवे के निर्माण को मंजूरी दी गई है. इस परियोजना की कुल लागत 4,500.62 करोड़ रुपये है और इसे बिल्ड, ऑपरेट, ट्रांसफर (बीओटी) मॉडल पर विकसित किया जाएगा. यह हाईवे न केवल राज्य की कनेक्टिविटी को मजबूत करेगा बल्कि आर्थिक विकास को भी गति देगा.

राष्ट्रीय मास्टर प्लान का हिस्सा

यह ग्रीनफील्ड हाईवे जेएनपीए पोर्ट को चौक से जोड़ेगा जो महाराष्ट्र के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापारिक और लॉजिस्टिक केंद्र है. यह परियोजना पीएम गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान का हिस्सा है जिसका लक्ष्य देश के प्रमुख और छोटे बंदरगाहों को बेहतर सड़क संपर्क से जोड़ना है. जेएनपीए पोर्ट पर बढ़ते कंटेनर ट्रैफिक और नवंबर 2025 में शुरू होने वाले नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे को देखते हुए इस हाईवे की जरूरत लंबे समय से महसूस की जा रही थी.

रूट और नक्शा-कहां से कहां तक?

यह 6-लेन हाईवे जेएनपीए पोर्ट (पगोटे) से शुरू होगा जो राष्ट्रीय राजमार्ग 348 (एनएच-348) के पास स्थित है. इसका अंत चौक में मुंबई-पुणे हाईवे (एनएच-48) पर होगा. यह मार्ग मुंबई-पुणे एक्सप्रेसवे और मुंबई-गोवा नेशनल हाईवे (एनएच-66) को भी जोड़ेगा. यह हाईवे उरण-चिरनेर हाईवे (अमरा मार्ग से शुरू) को पार करेगा और गोवा हाईवे तथा पुणे एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा. इस रास्ते में कई प्रवेश और निकास बिंदु होंगे. जिससे यातायात सुगम होगा. वर्तमान में जेएनपीए पोर्ट से एनएच-48 तक का सफर 2-3 घंटे लेता है जिसमें पलास्पे फाटा, डी-पॉइंट, कलंबोली जंक्शन और पनवेल जैसे क्षेत्रों में भारी जाम की समस्या रहती है. यह नया हाईवे इन समस्याओं को खत्म करेगा.

आर्थिक और सामाजिक लाभ

इस हाईवे से यात्रा समय में भारी कमी आएगी और माल ढुलाई की लागत कम होगी. यह नवी मुंबई अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे और जेएनपीए पोर्ट के बीच निर्बाध संपर्क सुनिश्चित करेगा. इसके अलावा यह परियोजना स्थानीय व्यापारियों और उद्योगों को बढ़ावा देगी. ‘यह हाईवे महाराष्ट्र के औद्योगिक विकास के लिए गेम-चेंजर साबित होगा’.

यह भी पढ़ें-  चीन का शादी संकट, विदेशी दुल्हनें खरीदने को मजबूर पुरुष, कीमत सिर्फ 2 लाख