दो राज्यों महाराष्ट्र और झारखंड में हुए चुनाव के परिणाम शनिवार को आ जाएंगे. दोनों गठबंधन महायुति और महाविकास अघाड़ी अपनी जीत का दावा कर रहे हैं. ज्यादातर एक्जिट पोल महायुति के आने की संभावना जता रहे हैं लेकिन किसी को स्पष्ट बहुमत नहीं मिला तो महाराष्ट्र के सबसे बड़े मौसम वैज्ञानिक की लॉटरी निकल जाएगी. उनके पोस्टर अभी से लहराने लगे हैं.
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे आने से पहले कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले और शिवसेना (यूबीटी) के राज्यसभा सांसद संजय राउत के बीच तीखी जुबानी जंग देखने को मिली है.
एग्जिट पोल्स के आंकड़ों को देखने के बाद निर्दलीय और छोटी पार्टियों ने अपनी सक्रियता कुछ ज्यादा ही बढ़ा दी है. एग्जिट पोल्स का यह भी कहना है कि किसी भी गठबंधन को बहुमत नहीं मिलेगा. जिस भी अलायंस के सरकार में आने की संभावना होगी, उसे निर्दलीय और छोटी पार्टियों का सहारा लेना पड़ेगा.
उद्धव ठाकरे की शिवसेना और शरद पवार की एनसीपी चुनावी नतीजों को लेकर पहले से सतर्क हो गई है. मालूम हो कि दोनों ही पार्टियां टूट का शिकार हो चुकी हैं. ऐसे में उद्धव ठाकरे और शरद पवार बिल्कुल नहीं चाहते हैं कि परिणाम आने के बाद उनके विधायक इधर-उधर जाने का सोचें.
NDA, जिसे राज्य में महायुति के नाम से जाना जाता है. उसमें भी मुख्यमंत्री बनने को लेकर खींचातान देखने को मिल रही है. एनसीपी (अजित गुट) के नेताओं ने तो साफ तौर पर कह दिया है कि अजित पवार महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री बनेंगे.
अजित पवार के गुट के नेताओं ने नतीजों से पहले ही मुख्यमंत्री पद के लिए पैरवी शुरू कर दी है। एग्जिट पोल में महायुति को बढ़त मिलते देख अब इस गठबंधन में सभी घटक दलों में अपना मुख्यमंत्री बनाने की मांग उठती दिख रही है। आपको बता दें बारामती में अजित पवार के ‘भावी मुख्यमंत्री’ के पोस्टर लगाए गए हैं।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने के लिए महाविकास अघाड़ी में तकरार देखने को मिल रही है। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने कहा कि नई सरकार का सीएम कांग्रेस पार्टी से ही होगा, तो वहीं शिवसेना यूबीटी सांसद संजय राउत ने पटोले के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हम नहीं मानेंगे।