हरियाणा विधानसभा चुनाव का आगाज हो चुका है. सभी पार्टियों ने चुनावी रणनीति बनाना शुरू कर दिया है. आज हम आपको थानेसर विधानसभा (Thanesar Assembly constituency) के बारे में बताने जा रहे हैं. यह हरियाणा के 90 विधानसभा क्षेत्रों में से एक हैं. यह कुरूक्षेत्र जिले के तहत आता है. बता दें 2019 के चुनाव में बीजेपी के सुभाष सुधा ने कांग्रेस के अशोक अरोड़ा को 842 वोटों के मार्जिन से हराया था. सभी पार्टियों ने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है. बीजेपी ने सुभाष सुधा को एक बार फिर से चुनावी मैदान में उतारा है. कांग्रेस ने अशोक अरोड़ा पर फिर से दांव लगाया है. जेजेपी ने सूर्य प्रताप सिंह राठौड़ पर दांव लगाया है. बीएसपी की प्रत्याशी तनुजा है . इस बार थानेसर विधानसभा सीट Thanesar Assembly constituency Result) का परिणाम किस पार्टी के पक्ष में होगी यह जनता को तय करना है
थानेसर विधानसभा क्षेत्र में अभी तक 14 बार चुनाव हुए हैं. इस सीट पर पांच बार कांग्रेस पार्टी ने जीत हासिल किया है. वहीं बीजेपी का इस सीट पर 2014 के चुनाव में पहली बार खाता खुला था और 2019 के चुनाव में भी जीत हासिल की थी. इंडियन नेशनल लोकदल 2000 और 2005 के चुनाव में जीत दर्ज की थी. इसके अलावा लोकदल ने दो बार जनता पार्टी ने एक बार जीत दर्ज की थी . वही समता पार्टी ने एक बार जीत हासिल की थी.
2019 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी के सुभाष सुधा ने जीत हासिल की थी . उन्हें 55,759 वोट मिले थे. वहीं उनका वोट शेयर 43.03% था. दूसरे नबंर पर कांग्रेस के अशोक कुमार थे. उन्हें 54,917 वोट मिले थे. उनका वोंटिग शेयर 42.38% था. वहीं तीसरे नबंर पर प्रवीण चौधरी थे उन्हें 11,939 वोट मिले थे. उनका वोट शेयर 9.21% था.
2014 विधानसभा चुनाव में बीजेपी के सुभाष सुधा ने जीत हासिल की थी. उन्हें 68,080 वोट मिले थे. उनका वोट शेयर 52.87% था. दूसरे नबंर पर इंडियन नेशनल लोकदल के अशोक कुमार थे. उन्हें 42,442 वोट मिले थे. उनका वोट शेयर 32.96% था. तीसरे नबंर पर कांग्रेस के पवन गर्ग थे. उन्हें 13,769 वोट मिले थे. उनका वोट शेयर 10.69% था.
हमारे बड़े-बुजुर्ग हमेशा धीरे-धीरे खाने की सलाह देते हैं, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है…
हरिवंश ने सभी नेताओं के साथ राहुल गांधी को भी मोमेंटो दिया। जैसे ही यह…
उत्पन्ना एकादशी का व्रत हिंदू धर्म में विशेष महत्व रखता है। यह व्रत भगवान विष्णु…
श्रेयस अय्यर जब पहली बार दिल्ली कैपिटल्स के लिए खेले, तब उन्हें 2.60 करोड़ रुपये…
आरबीआई गवर्नर के तौर पर शक्तिकांत दास का कार्यकाल 10 दिसंबर 2024 को खत्म होने…
ठंड में खांसी, जुकाम, जोड़ों का दर्द, पाचन समस्याएं और इम्यूनिटी कमजोर होने जैसी परेशानियां…