Priyanka Gandhi to Contest Lok Sabha Elections: कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी ने औपचारिक रूप से राजनीति में प्रवेश किया और उन्हें लोकसभा चुनाव से पहले फरवरी में यूपी ईस्ट के लिए कांग्रेस महासचिव नियुक्त किया गया था. अब खबरें हैं कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ वाराणसी से चुनाव में खड़ी हो सकती हैं.
वाराणसी. उत्तर प्रदेश पूर्व की कांग्रेस महासचिव, प्रियंका गांधी लोकसभा चुनाव लड़ेंगी. सूत्रों का दावा है कि वो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के निर्वाचन क्षेत्र वाराणसी से चुनाव लड़ सकती हैं. इससे पहले, जब पत्रकारों ने रायबरेली में प्रियंका से पूछा था कि क्या वह 2019 का चुनाव लड़ेंगी, तो उन्होंने मजाक में कहा था कि वाराणसी से लड़ लूं क्या?
हालांकि, अब सूत्रों का कहना है कि अटकलें वास्तव में सही हो सकती हैं. यदि ऐसा हुआ तो वाराणसी में ये 2019 के चुनाव की सबसे बड़ी लड़ाई बन जाएगी. प्रियंका को औपचारिक रूप से राजनीति में प्रवेश करवाया गया और फरवरी में लोकसभा चुनावों से पहले उन्हें यूपी का कांग्रेस महासचिव नियुक्त किया गया.
कांग्रेस पार्टी अपने अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में आम चुनाव लड़ रही है, जो उत्तर प्रदेश के अमेठी और केरल के वायनाड से चुनाव लड़ रहे हैं. प्रियंका और राहुल की मां, यूपीए अध्यक्ष सोनिया गांधी उत्तर प्रदेश के रायबरेली से चुनाव लड़ रही हैं. पार्टी पूर्वी उत्तर प्रदेश की महासचिव प्रियंका गांधी और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के महासचिव ज्योतिरादित्य सिंधिया पर उम्मीद लगाए हुए है क्योंकि उत्तर प्रदेश में लोकसभा की सबसे ज्यादा यानि की 80 सीटों पर दांव लगा है.
वर्तमान में कांग्रेस के पास उत्तर प्रदेश के सिर्फ दो प्रतिनिधि हैं – राहुल (अमेठी) और सोनिया (रायबरेली) से. प्रियंका ने उत्तर प्रदेश में पार्टी के चुनाव अभियान को मजबूत किया. उन्होंने गंगा यात्रा की और पीएम मोदी के वाराणसी निर्वाचन क्षेत्र का दौरा किया. उन्होंने भाजपा के प्रमुख प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भी आड़े हाथों लिया, उन पर झूठ बोलने और स्थानीय मुद्दों की अनदेखी करने का आरोप लगाया. आगरा में बोलते हुए, प्रियंका ने आरोप लगाया कि भाजपा को लोकतंत्र और उसके लोगों पर कोई विश्वास नहीं है.
उन्होंने कहा, ऐसा लगता है कि सरकार का न तो लोकतंत्र में विश्वास है, न ही इसकी संस्थाओं और न ही लोगों पर. वो असली राष्ट्रवादी होते तो सच्चाई के मार्ग पर चलते. उन्हें समझ आ गया होगा कि यह देश सच्चाई पर आधारित है और जो लोग ऐसा नहीं करते उन्हें नहीं बख्शा जाएंगा. वो भी अब नहीं बचेंगे क्योंकि वो भी सत्य के मार्ग से भटक गए हैं.