TDP Congress Alliance in Andhra Pradesh: राहुल गांधी की कांग्रेस ने साफ कहा कि वह लोकसभा 2019 और विधानसभा चुनाव के लिए चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी के साथ आंध्र प्रदेश में गठबंधन नहीं करेगी. पार्टी ने अकेले ही चुनावों में उतरने का फैसला किया है.
नई दिल्ली. महागठबंधन की उम्मीदों को एक बार फिर झटका लगा है. कांग्रेस ने बुधवार को ऐलान किया कि वह आंध्र प्रदेश में लोकसभा और विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी. इसी के साथ राज्य के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की तेलुगू देशम पार्टी (टीडीपी) के साथ गठबंधन की उम्मीदें भी खत्म हो गई हैं. कांग्रेस के महासचिव और केरल के पूर्व मुख्यमंत्री ओमान चांडी ने कहा, ”हम राज्य की 175 विधानसभा और 25 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ेंगे. टीडीपी हमारे साथ राष्ट्रीय स्तर पर है, सिर्फ राज्य में कोई गठबंधन नहीं होगा. पीसीसी पदाधिकारियों की बैठक के बाद एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में चांडी ने कहा कि 31 जनवरी को हम दोबारा मिलकर चुनाव की तैयारियों पर बातचीत करेंगे. फरवरी में राज्य के सभी 13 जिलों में बस यात्रा निकाली जाएगी.
आंध्र प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष एन रघुवीर रेड्डी ने कहा कि उन्होंने गठबंधन का फैसला पार्टी सुप्रीमो राहुल गांधी पर छोड़ दिया है. लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस आंध्र प्रदेश में अपने दम पर चुनाव लड़ेगी. हाल ही में हुए तेलंगाना विधानसभा चुनाव में कांग्रेस और टीडीपी ने साथ मिलकर चुनाव लड़ा था और उन्हें सिर्फ 19 सीट मिली थी. वहीं तेलंगाना राष्ट्र समिति ने 88 सीटों पर जीत हासिल की थी.
गौरतलब है कि यूपी में लोकसभा चुनाव 2019 के लिए अखिलेश यादव की सपा और मायावती की बहुजन समाज पार्टी ने गठबंधन किया है. इसमें कांग्रेस को जगह नहीं दी गई है. दोनों पार्टियां यूपी में 38-38 सीट पर चुनाव लड़ेंगी. कांग्रेस के लिए अमेठी और रायबरेली की सीट छोड़ी गई है. यानी इन दो सीटों पर बसपा-सपा अपना उम्मीदवार खड़ा नहीं करेंगी. वहीं बुधवार को कांग्रेस ने बड़ा दांव खेलते हुए प्रियंका गांधी को पूर्वी यूपी का कांग्रेस महासचिव बनाकर राजनीति में हलचल मचा दी.