Loksabha Elections 2019: बीजेपी ने बिहार के अहम पटना साहिब सीट से दिग्गज नेता शत्रुघ्न सिन्हा का टिकट काट केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद को लोकसभा चुनाव लड़ाने की घोषणा की है. वहीं शत्रुघ्न सिन्हा के भी कांग्रेस टिकट पर पटना साहिब से ही चुनाव लड़ने की खबर है. ऐसे में पटना साहिब सीट पर मुकाबला दिलचस्प होने वाला है. हालांकि, किसी भी हालत में बीजेपी का पलड़ा ज्यादा भारी लग रहा है. हम यहां 5 प्रमुख कारण बता रहे हैं, जिससे साबित हो जाता है कि भले ही पटना साहिब में शत्रुघ्न सिन्हा की पकड़ ज्यादा है, लेकिन उनके सामने इस बार चुनौती ज्यादा है और यहां बीजेपी को फायदा होने वाला है.
पटना. आगामी लोकसभा चुनाव की किताब में शनिवार 23 मार्च का दिन एक ऐसे अध्याय के रूप में दर्ज होगा, जब शत्रुघ्न सिन्हा जैसे दिग्गज नेता का टिकट काट बीजेपी ने ऐसी जगह अपने प्रमुख उम्मीदवार केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद पर दांव खेलने की कोशिश को अंजाम दिया है. वहीं बीजेपी के बागी नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने कांग्रेस जॉइन करने का फैसला कर लिया है और आज-कल में वह कांग्रेस से जुड़ जाएंगे.
इस बीच सबसे दिलचस्प बात यह है कि शॉटगन के नाम से मशहूर शत्रुघ्न सिन्हा ने भी पटना साहिब से ही लोकसभा चुनाव लड़ने का ऐलान किया है. ऐसे में यह सीट लोगों की नजरों में है कि आखिरकार 23 मई को केंद्र में भले ही किसकी भी सरकार बने, पटना साहिब सीट पर इन दो दिग्गज नेताओं में जीत किसी होगी? हालांकि, राजनीति की गहरी समझ रखने वालों का मानना है कि रविशंकर प्रसाद के लिए शत्रुघ्न सिन्हा के गढ़ पटना साहिब में चुनाव जीतना आसान नहीं होगा, लेकिन हम पांच अहम वजहें आपने सामने प्रस्तुत कर रहे हैं, जिसे जानने के बाद लगेगा कि बीजेपी यह सीट आसानी से जीत सकती है.
1. नरेंद्र मोदी सरकार में केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद और बीजेपी के दिग्गज नेता शत्रुघ्न सिन्हा दोनों नेताओं के ताल्लुकात बिहार की राजधानी पटना से ही हैं. जहां बिहारी बाबू के नाम से शत्रुघ्न सिन्हा देश-विदेश में पॉप्युलर हैं और पटना साहिब सीट पर अच्छी पकड़ रखते हैं.
वहीं रविशंकर प्रसाद की ख्याति भी कम नहीं है और वह वर्तमान में लॉ एंड जस्टिस मिनिस्टर हैं. रविशंकर प्रसाद सुप्रीम कोर्ट के सीनियर जज हैं. रविशंकर प्रसाद की साल 2018 में प्रमुख 20 डिजिटल एंड ई-गवर्नमेंट वर्ल्ड लीडर के रूप में दुनियाभर में पहचान बढ़ी थी. पटना का मूल वासी होना दोनों के लिए राजनीति में भी फायदा पहुंचाएगा.
2. शनिवार को जैसे ही बिहार में एनडीए ने लोकसभा चुनाव के उम्मीदवारों की घोषणा की और उसमें शत्रुघ्न सिन्हा का टिकट काटे जाने की खबर आई, शत्रुघ्न सिन्हा के बीजेपी छोड़ कांग्रेस जाने की पुष्टि हो गई. वहीं रविशंकर प्रसाद ने पटना साहिब सीट से टिकट दिए जाने पर खुशी जताते हुए पार्टी का आभार जताया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का शुक्रिया जताया.
3. मालूम हो कि पटना साहिब सीट बीजेपी का मजबूत किला है, जिसे पिछले 2 लोकसभा चुनाव से बीजेपी के दिग्गज नेता शत्रुघ्न सिन्हा फतेह करते आ रहे हैं. अब रविशंकर प्रसाद इस सीट पर बीजेपी की दावेदारी पेश कर रहे हैं, ऐसे में उनपर काफी जिम्मेदारी है कि वह बीजेपी को इस सीट पर जीत दिलाएं.
4. एनडीए द्वारा उम्मीदवारी तय किए जाने के बाद रविशंकर प्रसाद काफी भावुक हो गए. उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा कि पार्टी ने मुझे अहम जिम्मेदारी सौंपी है. उन्होंने कहा- पटना मेरा शहर है. मेरा जन्म और पढ़ाई-लिखाई भी यहीं हुई. मैंने यहीं पढ़कर वकील बना और यहां से मेरा भावनात्मक जुड़ाव है.
5. उल्लेखनीय है कि जहां तक पटना साहिब सीट की बात है तो यहां बीजेपी को हराना आरजेडी और बाकी दलों के लिए आसान नहीं है. पटना के खासकर शहरी इलाकों में बीजेपी की अच्छी पकड़ है. ऐसे में शत्रुघ्न सिन्हा की भले ही इलाके में स्वीकार्यता ज्यादा हो, लेकिन बीजेपी और रविशंकर प्रसाद को पटना साहिब से हराना आसान नहीं है.