Lok Sabha Elections Exit Polls Results Predictions: लोकसभा चुनाव 2019 के आखिरी चरण की वोटिंग के बाद एग्जिट पोल के आंकड़े जारी होंगे. आपके मन में सवाल होगा कि एग्जिट पोल क्या होता है? क्या एग्जिट पोल का आंकलन सही होता है? क्या एग्जिट पोल के आंकड़े वास्तविक चुनावी नतीजों से वाकई मेल खाते हैं? आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पिछले 2009 और 2014 के लोकसभा चुनाव में करीब 90 फीसदी एग्जिट पोल का आंकलन गलत साबित हुआ था.
नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव 2019 के आखिरी चरण की वोटिंग 19 मई को होने के बाद एग्जिट पोल के आंकड़े जारी किए जाएंगे. हर चुनाव के नतीजे आने से पहले रिसर्च संस्थाएं और मीडिया संस्थान एग्जिट पोल जारी करते हैं और नतीजे आने के बाद अपने-अपने अनुमान को सही साबित करने में जुटे रहते हैं. क्या एग्जिट पोल के आंकड़े वाकई सही होते हैं? क्या एग्जिट पोल में जो अनुमान लगाया जाता है वो वास्तविक चुनावी नतीजों से मेल खाता है? पिछले दो लोकसभा चुनावों पर नजर डालें तो 90 फीसदी एग्जिट पोल के आंकड़े गलत ही साबित हुए हैं. लोकसभा चुनाव 2009 में लगभग सभी एग्जिट पोल चुनावी नतीजों से अलग थे.
क्या है एग्जिट पोल?
एग्जिट पोल एक चुनावी आंकलन होता है, जिसे रिसर्च संस्थाएं करवाती हैं. हालांकि कुछ मीडिया संस्थान खुद ही यह एग्जिट पोल करवाते हैं. इसमें मतदान के दिन बूथ पर जाकर लोगों से बात कर उन्हें पूछा जाता है कि उन्होंने किस पार्टी को वोट दिया है. इस तरह से अलग-अलग क्षेत्रों से आंकड़े इकट्ठा कर एग्जिट पोल तैयार किया जाता है, जिसमें आंकलन किया जाता है कि चुनाव में किस पार्टी की सरकार बनने जा रही है और किस पार्टी को कितनी सीटें मिलेंगी.
एग्जिट पोल के आंकड़े कितने सटीक?
हर चुनाव के नतीजे आने के बाद टीवी चैनल अपने-अपने एग्जिट पोल सटीक होने का दावा करते हैं, लेकिन ऐसा नहीं है. असल में करीब 90 फीसदी एग्जिट पोल का आंकड़ा गलत ही साबित होता है. अधिकतर एग्जिट पोल वास्तिवक चुनावी नतीजों से मेल नहीं खाते हैं. पिछले चार लोकसभा चुनावों पर नजर डालें तो अधिकतर एग्जिट पोल के नतीजे सटीक नहीं बैठे. कई बार एग्जिट पोल की विश्वसनीयता पर सवाल भी उठे. एक नजर पिछले दो लोकसभा चुनावों के एग्जिट पोल के आंकड़ों पर डालते हैं और देखते हैं कि इनके नतीजे कितने सही थे और कितने गलत.
लोकसभा चुनाव 2009 में सभी एग्जिट पोल गलत!
2009 के आम चुनाव में सीएनएन-आईबीएन और दैनिक भास्कर ने अपने एग्जिट पोल में यूपीए को 185-205, एनडीए को 165-185, तीसरा मोर्चा को 110-130 और चौथा मोर्चा को 25-35 सीटें मिलने का आंकलन किया था.
वहीं स्टार – नीलसन के 2009 के एग्जिट पोल में यूपीए को 199, एनडीए को 196, तीसरा मोर्चा को 100 और चौथा मोर्चा को 36 लोकसभा सीटें दी गई थीं. इसी तरह इंडिया टीवी – सी वोटर ने 2009 में अपने एग्जिट पोल में यूपीए को 189-201, एनडीए को 183-195 और तीसरा मोर्चा को 105-121 सीटें जीतने का आंकलन किया था.
यानी कि किसी भी एग्जिट पोल ने 2009 में यूपीए को बहुमत के करीब नहीं दिखाया था. 2009 में लोकसभा चुनाव के जब नतीजे आए तो लगभग सभी एग्जिट पोल गलत साबित हुए. 2009 में यूपीए ने 262, एनडीए ने 159 और तीसरा मोर्चा ने 79 लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज की. इस तरह सभी एग्जिट पोल वास्तविक आंकड़ों से दूर रहे.
लोकसभा चुनाव 2014 में एग्जिट पोल के आंकड़े कितने सटीक?
2014 के लोकसभा चुनाव के दौरान सीएनएन-आईबीएन और सीएसडीएस लोकनीति के एग्जिट पोल में एनडीए को 276, यूपीए को 97 और अन्य को 148 सीटें मिलने का आंकलन किया गया था.
इसी तरह इंडिया टूडे के एग्जिट पोल में 2014 में एनडीए को 272, यूपीए को 115 और 156 लोकसभा सीटें मिलती हुई दिखाई गई थी.
वहीं टाइम्स नाऊ – ओआरजी के एग्जिट पोल में 249, यूपीए को 148 और अन्य को 146 लोकसभा सीटें मिलने का दावा किया गया था.
एबीपी न्यूज – नीलसन ने अपने एग्जिट पोल में 2014 में एनडीए के 274, यूपीए के 97 और 165 लोकसभा सीटें जीतने का आंकलन किया गया था.
इंडिया टीवी- सी वोटर के एग्जिट पोल में 2014 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को 289, यूपीए को 101 और अन्य को 148 सीटें दी गई थीं.
वहीं एनडीटीवी – हंसा रिसर्च के एग्जिट पोल में एनडीए के 279, यूपीए के 103 और अन्य के 161 सीटें जीतने का आंकलन किया गया.
साथ ही न्यूज 24 – चाणक्य ने 2014 में अपने एग्जिट पोल में एनडीए को 340, यूुपीए को 70 और अन्य को 133 सीटें मिलने का अनुमान लगाया था.
इस तरह आधे एग्जिट पोल ने 2014 के आम चुनाव में एनडीए को बहुमत से दूर रखा. वहीं करीब आधे एग्जिट पोल में एनडीए को पूर्ण बहुमत मिलने का दावा किया गया. हालांकि जब लोकसभा चुनाव 2014 के नतीजे आए तो अधिकतर एग्जिट पोल गलत साबित हुए. इस चुनाव में एनडीए ने 336, यूपीए ने 58 और अन्य ने 149 लोकसभा सीटें जीतीं. 2014 में सिर्फ चाणक्य का एग्जिट पोल का आंकड़ा ही वास्तविक चुनावी नतीजों के करीब पहुंचा, अन्य किसी भी एग्जिट पोल में एनडीए को 300 से ऊपर सीटें मिलने का आंकलन नहीं किया गया था.