BSF Tej Bahadur Yadav Nomination Varanasi Loksabha: सेना के खाने की क्वालिटी पर सवाल उठाकर चर्चा में रहे बीएसएफ के पू्र्व जवान तेजबहादुर यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ यूपी की लोकसभा सीट से नामांकन पत्र दाखिल कर दिया है. वाराणसी सीट पर 19 मई को चुनाव होगा और रिजल्ट 23 मई को आएगा.
वाराणसी. पूर्व बीएसएफ जवान तेजबहादुर यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ यूपी की वाराणसी लोकसभा सीट से अपना नामांकन पत्र दाखिल किया है. तेजबहादुर अपने परिजनों, कई पूर्व सेना और बीएसएफ जवानों के साथ पैदल यात्रा करते हुए नामांकन करने पहुंचे थे. इस दौरान उनके हाथ में काशीवासियों से चुनावी मदद के लिए एक दानपात्र भी नजर आया. नामांकन के बाद तेजबहादुर यादव ने बीजेपी और पीएम नरेंद्र मोदी पर भी जमकर निशाना साधा. तेजबहादुर ने कहा वे इसलिए लोगों से एक-एक रुपया मांग रहे हैं ताकि देश के नकली चौकीदार से असली चौकीदार लड़ पाए.
तेजबहादुर ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई वादे किए जो आजतक पूरे नहीं हो पाए हैं. अगर किसी जवान ने भ्रष्टाचार पर आवाज उठाई तो उसपर कार्यवाही कर दी गई. पूर्व बीएसएफ जवान ने आगे कहा कि पीएम मोदी ने देश के किसानों और बुनकरों के लिए क्या किया, रोजगार का क्या हुआ. तेजबहादुर ने आगे कहा कि कभी कोई सेना का जवान किसी प्रधानमंत्री के खिलाफ चुनाव में खड़ा नहीं हुआ था. लेकिन अब जवान भ्रष्टाचार के खिलाफ बगावत कर रहे हैं.
वाराणसी में सातवें चरण में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए 22 अप्रैल से नामांकन शुरु
उत्तर प्रदेश की वाराणसी लोकसभा सीट पर सातवें चरण में चुनाव होना है जिसके लिए 22 अप्रैल से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. तेजबहादुर यादव ने 24 अप्रैल यानी बुधवार को अपना नामांकन पर्चा दाखिल किया है जबकि पीएम नरेंद्र मोदी 26 अप्रैल को पर्चा भरने पहुंचेंगे. बीजेपी के कई नेताओं का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी के नामांकन में करीब 5 लाख लोगों के शामिल हो सकते हैं.
कौन हैं बीएसएफ के पूर्व जवान तेजबहादुर यादव
कुछ समय पहले सोशल मीडिया पर तेजबहादुर यादव की वीडियो वायरल हुई थी जिसमें सेना के खराब खाने की क्वालिटी पर सवाल खड़े किए थे. तेजबहादुर वीडियो वायरल होते ही यह मामला राजनीति तूल पकड़ गया. विपक्षी दलों ने सत्ताधारी सरकार पर हमला बोलना शुरू कर दिया. कुछ समय बाद तेजबहादुर यादव को ऑन ड्युटी अनुशासनहीन बर्ताव के चलते बीएसएफ से बर्खास्त कर दिया गया. जिसके बाद कई बार तेजबहादुर ने मोदी सरकार पर निशाना साधा. हाल ही में उन्होंने पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने का ऐलान किया था.