EC on Yogi Adityanath: एक बार चुनाव आयोग उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को विवादित बयान देने के कारण प्रचार पर बैन लगा चुका है. एक बार फिर योगी आदित्यनाथ मुसीबत में फंस गए हैं. उनके विवादित बयान की रिपोर्ट चुनाव आयोग के पास पहुंच गई है. साथ ही संघमित्रा मौर्य भी इसी मुश्किल में हैं.
लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मुश्किलें फिर बढ़ गई हैं. सपा-बसपा गठबंधन के एक प्रत्याशी को उन्होंने बाबर का वंशज बताया था. ये मामला चुनाव आयोग पहुंच गया है. उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने योगी के बयान की वीडियो फुटेज और ट्रंसक्रिप्ट चुनाव आयोग को भेज दी है. साथ ही निर्वाचन अधिकारी ने अपनी रिपोर्ट भी चुनाव आयोग भेज दी है.
दरसअल संभल में एक चुनाव प्रचार के दौरान योगी आदित्यनाथ ने विवादास्पद बयान दिया था. संभल में एक जनसभा को संबोधित करते हुए योगी ने सपा-बसपा गठबंधन के प्रत्याशी के बारे में कहा था कि जब संसद में उनसे (गठबंधन प्रत्याशी) पूछा गया तो उन्होंने खुद को बाबर का वंशज बताया था.
एक बार पहले भी योगी आदित्यनाथ अपने विवादित बयानों के कारण परेशानी में आ चुके हैं. इससे पहले भी चुनाव आयोग ने उनपर विवादित बयान देने के खिलाफ कार्रवाई की थी. चुनाव आयोग ने योगी आदित्यनाथ द्वारा विवादित बयान देने पर उन पर 3 दिन का बैन लगा दिया था. इसके बाद योगी आदित्यनाथ बैन रहने तक ना किसी रैली में शामिल हो पाए ना ही जनसभा को संबोधित कर पाए.
वहीं बदायूं से भाजपा प्रत्याशी संघमित्रा मौर्य की मुश्किलें भी बढ़ रही हैं. उनकी मुसीबत फर्जी मतदान वाले बयान पर बढ़ी है. उत्तर प्रदेश के मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बदायूं से भाजपा प्रत्याशी संघमित्रा मौर्य के बयान की वीडियो फुटेज और अपनी रिपोर्ट चुनाव आयोग को भेज दी है. सूत्रों के अनुसार संघमित्रा मौर्य का बयान प्रथम दृष्ट्या चुनाव आचार सहिंता का उलंघन है. दरसअल संघमित्रा मौर्य का एक वीडियो वायरल हुआ है जिसमें उन्हें फर्जी मतदान को लेकर बयान देते देखा गया है.