Congress BSP Attacks EC: पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा के बाद चुनाव आयोग के 19 घंटे पहले ही चुनाव प्रचार पर रोक लगाने के आदेश पर राजनीति तेज हो गई है. बीएसपी सुप्रीमो मायावती और कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने चुनाव आयोग के आदेश के संविधान के खिलाफ बताते हुए कहा कि चुनाव आयोग पीएम नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के इशारे पर काम कर रहा है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार को परेशान किया जा रहा है. ममता बनर्जी ने समर्थन के लिए विपक्षी दलों का शुक्रिया अदा किया है. जानें अब तक क्या-क्या हुआ.
नई दिल्ली. Congress BSP Attacks EC: पश्चिम बंगाल में बीते दिनों बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की रैली पर हमले के बाद चुनावी सरगर्मियां काफी बढ़ गई हैं. इस मामले में चुनाव आयोग ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चुनाव प्रचार पर तय समय से पहले रोक लगा ही है. अब चुनाव आयोग के इस कदम की बीएसपी सुप्रीमो मायावती और कांग्रेस ने कड़ी आलोचना की है और कहा है कि चुनाव आयोग प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के हाथों की कठपुतली बन गया है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि चुनाव प्रचार पर रोक का फैसला संविधान के खिलाफ है.
गुरुवार सुबह प्रेस कॉन्फ्रेंस में बसपा चीफ मायावती ने कहा कि आज यानी गुरुवार को पीएम नरेंद्र मोदी की पश्चिम बंगाल में दो रैलियां हैं, प्रचार पर सुबह से बैन क्यों नहीं लगाया गया. यहां बता हूं कि लोकसभा चुनाव के सातवें चरण का चुनाव 19 मई को है. इसके मद्देनजर चुनाव प्रचार पर 17 तारीख की रात से रोक लगती, लेकिन पश्चिम बंगाल में चुनावी हिंसा के बाद चुनाव आयोग ने 16 मई को रात 10 बजे से चुनार प्रचार पर रोक लगा दी है.
https://twitter.com/MamataOfficial/status/1128900620306460672
मायावती ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाया कि वह मोदी सरकार के दबाव में काम कर रहा है. उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल में प्रचार पर गुरुवार रात 10 बजे से प्रतिबंध लगाया है, क्योंकि प्रधानमंत्री की दिन के वक्त दो रैलियां हैं, अगर उन्हें प्रतिबंध लगाना ही था, तो आज सुबह से ही क्यों नहीं? मायावती ने कहा कि पश्चिम बंगाल सरकार को परेशान करने के लिए ऐसा किया जा रहा है जो कि भेदभावपूर्ण है.
Mayawati: It is clear that PM Modi, Amit Shah and their leaders are targeting Mamata Banerjee, its planned targeting. This is a very dangerous and unjust trend and one which doesn't suit the PM of the country. pic.twitter.com/ECytD8LmgV
— ANI (@ANI) May 16, 2019
Mayawati: Election Commission has banned campaigning in West Bengal, but from 10 pm today just because PM has two rallies in the day. If they had to ban then why not from today morning? This is unfair and EC is acting under pressure pic.twitter.com/s7v0xpvAkO
— ANI (@ANI) May 16, 2019
कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि मौजूदा समय में जब अमित शाह और नरेंद्र मोदी सीधे प्रजातंत्र पर हमले कर रहे हैं तो चुनाव आयोग डरा-थका दिखाई दे रहा है. चुनाव आयोग अपनी शाख खो चुका है. ऐसा लगता है कि चुनाव आयोग का ये आदेश मोदी जी के लिए पार्टी गिफ्ट है. रणदीप सुरजेवाला कहा कि चुनाव आचार संहिता अब मोदी प्रचार संहिता है और चुनाव आयोग मूकदर्शक बना हुआ है. उन्होंने कहा कि अब देश के लोग चुनाव आयोग की भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं.
Election Commission has completely abdicated its Constitutional duty under Art 324 to ensure level playing field, besides negating the due process under Art 14 & 21 of India’s Constitution.
Every citizen is questioning the independence, impartiality, objectivity and fairness EC. pic.twitter.com/DsgC8X8KgX
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) May 16, 2019
Election Commission’s order is a parting gift to PM Modi & BJP, in order to ensure that the two pre announced election rallies of Shri Modi today are not hit by the EC’s order
Does the EC now take orders from the BJP headquarters rather than from the mandate of the Constitution? pic.twitter.com/g7mPsl3JUt
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) May 16, 2019
LIVE: Press Briefing by Shri @rssurjewala https://t.co/xPBjSdBEk3
— AICC Communications (@AICCMedia) May 16, 2019
मालूम हो कि लोकसभा चुनाव 2019 के सातवें चरण की वोटिंग से पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार के दौरान चुनावी हिंसा के बादचुनाव आयोग ने सख्त कदम उठाते हुए 16 मई 2019 गुरुवार रात 10 बजे से किसी भी तरह के चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी है. इसके साथ ही पश्चिम बंगाल के प्रधान सचिव और मुख्य सचिव की छुट्टी कर ही है. बंगाल के हिंसा भरे चुनावी माहौल को देखते हुए आयोग ने 19 घंटे पहले ही चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी है.