अगले साल 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में बीजेपी को पटखनी देने के लिए लगाए जा रहे कांग्रेस, बीएसपी और एसपी के गठबंधनों पर आज मायावती ने साफ कर दिया कि वे किसी भी पार्टी से गठबंधन तभी करेंगी जब उन्हें सम्मानजनक सीटें मिलेंगी. अगर ऐसा नहीं हुआ तो बीएसपी अकेले ही चुनाव लड़ेगी.
लखनऊः बसपा सुप्रीमो मायावती ने 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव को लेकर गठबंधन के कयासों पर साफ किया है कि वे किसी भी पार्टी से गठबंधन तभी करेंगी जब उन्हें सम्मानजनक सीटें मिलेंगी, नहीं तो बहुजन समाज पार्टी अकेले ही चुनावी मैदान में उतरेगी. मायावती ने हाल ही में रिहा हुए भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखऱ रावण के बयान का जवाब भी दिया. उन्होंने कहा कि मेरा किसी के साथ भाई-बहन या बुआ-भतीजे का रिश्ता नहीं है. मेरा रिश्ता सिर्फ आम आदमी, दलितों, आदिवासियों और पिछड़े लोगों से है. साथ ही उन्होंने केंद्र सरकार भी जोरदार हमला बोला.
उन्होंने महंगाई को लेकर केंद्र सरकार को घेरते हुए कहा कि बीजेपी महंगाई और बेरोजगारी पर लगाम लगाने में असफल रही है. उन्होंने नोटबंदी को बड़ा त्रासदी करार दिया. वहीं राफेल घोटाले पर बसपा सुप्रीमो ने केंद्र की मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला. उन्होंने यह भी कहा कि बीजेपी पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की मौत का सियासी फायदा उठाने में लगी है. उत्तर प्रदेश की पूर्व सीएम मायावती ने भारतीय जनता पार्टी पर भीड़तंत्र को बढ़ावा देने का आरोप भी लगाया.
बता दें कि कुछ दिन पहले रिहा हुए भीम आर्मी प्रमुख चंद्रशेखर रावण ने मायावती की खुलकर तारीफ की थी. सहारनपुर दंगों के आरोपी रावण ने मायावती को बुआ समान बताते हुए अपने समर्थकों से बीजेपी को सत्ता से उखाड़ने की अपील की थी. जिस पर मायावती ने पलटवार करते हुए कहा है कि उनके किसी कोई रिश्ता नहीं है.
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