BJP Leaders On Nathuram Godse: नाथुराम गोडसे को लेकर लगातार बयानबाजी करना और उसे देशभक्त बताना बीजेपी पर भारी पड़ रहा है. लोकसभा चुनाव 2019 में भोपाल से बीजेपी उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर द्वारा नाथुराम गोडसे को देशभक्त बताना, केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े द्वारा साध्वी प्रज्ञा का समर्थन करना और बीजेपी सांसद नलिन कुमार कटील की विवादित बयानबाजी पर पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने नाराजगी जताई है. साथ ही इन नेताओं की बयानबाजी को उनके व्यक्तिगत विचार बताते हुए मामले को अनुशासन समिति के पास भेजने का फैसला किया है. साथ ही कहा है कि इस मामले में 10 दिन के अंदर अनुशासन समिति रिपोर्ट सौंपे जिसके बाद अनंत कुमार हेगड़े, साध्वी प्रज्ञा और नलिन कुमार कटील के खिलाफ कार्रवाई की जा सकती है. जानें किसने क्या कहा और फिर क्या हुआ.
नई दिल्ली. BJP Leaders On Nathuram Godse: नाथुराम गोडसे पर बीजेपी नेताओं की बयानबाजी को लेकर पार्टी के अंदर और बाहर घमासान मचा हुआ है. हाल ही में बीजेपी से जुड़ी और भोपाल लोकसभा सीट में भारतीय जनता पार्टी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर द्वारा गुरुवार को महात्मा गांधी के हत्यारे नाथुराम गोडसे को देशभक्त बताने पर पार्टी अध्यक्ष अमित शाह खासे नाराज बताए जा रहे हैं. अमित शाह ने शुक्रवार को इस मामले में नाराजगी जताई और सख्त कार्रवाई की बात कही. यही नहीं, साध्वी प्रज्ञा के बयान का समर्थन करने वाले केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार हेगड़े और कर्नाटक से बीजेपी के सांसद नलिन कुमार कटील द्वारा नाथुराम गोडसे को लेकर दिए बयान को अनुशासन समिति के पास भेजने का फैसला किया. साथ ही इस मामले में 10 दिन के अंदर रिपोर्ट सौंपने को कहा है.
शुक्रवार सुबह बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने सिलसिलेवार ट्वीट करते हुए कहा- बीते 2 दिनों में अनंत कुमार हेगड़े, साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और नलिन कटील के जो बयान आएं हैं, वो उनके निजी बयान हैं, उन बयानों से भारतीय जनता पार्टी का कोई संबंध नहीं है. इनलोगों ने अपने बयान वापस लिए हैं और माफी भी मांगी है. फिर भी सार्वजनिक जीवन और भारतीय जनता पार्टी की गरिमा और विचारधारा के विपरीत इन बयानों को पार्टी ने गंभीरता से लेकर तीनों बयानों को अनुशासन समिति को भेजने का निर्णय किया है. अनुशासन समिति तीनों नेताओं से जवाब मांगकर उसकी एक रिपोर्ट 10 दिन के अंदर पार्टी को दे, इस तरह की सूचना दी गई है.
मालूम हो कि बीजेपी नेता साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने गुरुवार को कहा था कि महात्मा गांधी की हत्या करने वाले नाथूराम गोडसे देशभक्त थे. साध्वी प्रज्ञा के इस बयान के बाद हंगामा मच गया. विपक्षी दलों के साथ ही देश-विदेश से सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं आने लगीं. काफी विवाद के बाद बीजेपी ने इस मामले में साध्वी प्रज्ञा से माफी मांगने को कहा जिसके बाद साध्वी प्रज्ञा ने माफी मांगी.
विगत 2 दिनों में श्री अनंतकुमार हेगड़े, साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और श्री नलीन कटील के जो बयान आये हैं वो उनके निजी बयान हैं, उन बयानों से भारतीय जनता पार्टी का कोई संबंध नहीं है।
— Amit Shah (@AmitShah) May 17, 2019
इन लोगों ने अपने बयान वापिस लिए हैं और माफ़ी भी मांगी है। फिर भी सार्वजनिक जीवन तथा भारतीय जनता पार्टी की गरिमा और विचारधारा के विपरीत इन बयानों को पार्टी ने गंभीरता से लेकर तीनों बयानों को अनुशासन समिति को भेजने का निर्णय किया है।
— Amit Shah (@AmitShah) May 17, 2019
इसके बाद बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े ने साध्वी प्रज्ञा के बयान को सही ठहराते हुए कहा कि नाथुराम गोडसे को देशभक्त बताने वालीं साध्वी प्रज्ञा को माफी मांगने की जरूरत नहीं है. अनंत हेगड़े ने कहा कि मैं खुश हूं कि करीब 7 दशक बाद आज की नई पीढ़ी इस मुद्दे पर चर्चा कर रही है.
अनुशासन समिति तीनों नेताओं से जवाब मांगकर उसकी एक रिपोर्ट 10 दिन के अंदर पार्टी को दे, इस तरह की सूचना दी गयी है।
— Amit Shah (@AmitShah) May 17, 2019
बीजेपी नेताओं द्वारा गांधी के हत्यारे नाथुराम गोडसे का महिमामंडन करने का सिलसिला यहीं नहीं रुका, बीजेपी के कर्नाटक के एक सांसद नलिन कटील ने गुरुवार को कहा कि नाथुराम गोडसे ने एक को मारा, कसाब ने 72 को मारा, राजीव गांधी ने 17 हजार को मारा. अब आप खुद तय कर लो कि कौन ज्यादा क्रूर है. लोकसभा चुनाव को देखते हुए यह मामला गरमा गया है और बीजेपी की फजीहत हो रही है.