Academics4NaMo supports PM Modi Remark on Rajiv Gandhi: लोकसभा चुनाव 2019 के प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पूर्व पीएम राजीव गांधी को भ्रष्टाचारी नंबर 1 बयान को शिक्षकों और बुद्धिजीवियों के एक संगठन 'एकेडमिक्स फॉर नमो' ने अपना समर्थन दिया है.
नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव 2019 के प्रचार के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने बयान में पूर्व पीएम राजीव गांधी को भ्रष्टाचारी नंबर 1 कहा था, जिसके बाद से देश में सियासी संग्राम मच गया. कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने दावा किया था कि पीएम के इस बयान की 200 बुद्धिजीवियों ने निंदा की है. ऐसे में अब शिक्षकों और बुद्धिजीवियों का एक संगठन ‘एकेडमिक्स फॉर नमो’ प्रधानमंत्री मोदी के पक्ष में आगे आकर राजीव गांधी पर दिए बयान का समर्थन किया है. संगठन के मेंबर्स का कहना है कि 21 मई 1991 में तत्कालीन प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या होने के तथ्य का मतलब ये नहीं कि उन्हें बोफोर्स घोटाले में क्लीन चिट मिल गई है.
Academics4NaMo की कोर समिति के सदस्य डॉ स्वदेश सिंह ने कहा कि अगर कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी अपने पिता राजीव गांधी के विरासती हैं तो इस सच से नहीं बच सकते कि बोफोर्स एक घोटाला था और राजीव गांधी देश के पहले ऐसे प्रधानमंत्री थे जो इसमें फंसे थे.
दिल्ली यूनिवर्सिटी से संबंध रखने वाले डॉक्टर तरुण गर्ग ने कांग्रेस पर राजीव गांधी की छवि को साफ करने की कोशिशों पर सवाल उठाया है. उन्होंने कहा कि आखिर क्यों यूपीए सरकार ने बोफोर्स घोटाले में लिप्ट इटली के बिजनेसमैन Ottavio Quattrochi का केस दबाया था? क्यों पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने Ottavio Quattrochi के बैंक अकाउंट को डिफ्रोजन करने का आदेश दिया था.
बता दें कि करीब दो महीनों पहले Academics4Namo मंच उस समय अस्तित्व में आया जब समान विचारधारा शिक्षाविदों और विद्वानों ने नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में विश्वास करते हुए प्रधानमंत्री अभियान के पीछे मेहनत करने का फैसला किया. दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर प्रकाश सिंह कहते हैं कि Academics4Namo के जरिए विपक्षी दलों द्वारा चलाया जा रहा गलत सूचना अभियान को रोकना हमारा प्रमुख मुद्दा है. इसके साथ ही Academics4Namo अभियान के जरिए नरेंद्र मोदी मोदी सरकार की उपलब्धियों के बारे में लोगों को बताया जा रहा है.