नई दिल्ली। दिल्ली में विधानसभा चुनाव को लेकर सभी दलों ने अपनी तैयारियां तेज कर दी हैं। एक ओर जहां सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने दो महीने पहले से अपना चुनावी कैंपेन शुरू किए हुए है। वहीं मुख्य विपक्षी पार्टी बीजेपी ने भी अपने चुनावी अभियान की शुरूआत कर दी है। इस बीच पिछले दो चुनावों से अपना खाता तक नहीं खोल पाने वाली कांग्रेस पार्टी ने इस बार दिल्ली में अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। कांग्रेस एक के बाद एक अपने बड़े नेताओं को दिल्ली के चुनावी रण में उतार रही है।
कांग्रेस ने शुक्रवार-3 जनवरी को दिल्ली चुनाव के लिए अपनी तीसरी लिस्ट जारी की। इस लिस्ट में सिर्फ एक नाम है। यह नाम भारतीय राष्ट्रीय महिला कांग्रेस की प्रमुख अलका लांबा का। अलका को कांग्रेस ने कालिका जी विधानसभा सीट से टिकट दिया है। मालूम हो कि इस सीट से मौजूदा विधायक मुख्यमंत्री आतिशी हैं। अलका के चुनावी मैदान में उतरने के बाद अब कालिका की लड़ाई दिलचस्प हो गई है। संभावना जताई जा रही है कि बीजेपी भी इस सीट पर किसी महिला को टिकट दे सकती है। ऐसे में सीएम आतिशी के लिए इस सीट को फिर से निकालना आसान नहीं होने वाला है।
बता दें कि कांग्रेस ने आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो अरविंद केजरीवाल के खिलाफ संदीप दीक्षित को मैदान में उतारा है। संदीप 15 सालों तक दिल्ली की सीएम रहीं शीला दीक्षित के बेटे हैं। उनका नई दिल्ली से चुनाव लड़ना आम आदमी पार्टी को मुश्किल में डाल सकता है। कांग्रेस नेताओं की मानें तो संदीप नई दिल्ली सीट के चप्पे-चप्पे से वाकिफ हैं। अपनी मां शीला के चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने इस सीट को अच्छे से समझा है। दावा किया जा रहा है कि संदीप दीक्षित इस बार अरविंद केजरीवाल को नई दिल्ली से आसान जीत हासिल नहीं करने देंगे।
दिल्ली की सियासत में इस वक्त सबसे बड़ा सवाल यह है कि 10 सालों तक यहां की राजनीति में लगभग-लगभग निष्क्रिय रही कांग्रेस पार्टी इस चुनाव में इतनी ज्यादा ताकत क्यों झोंक रही है। राजनीतिक विश्लेषक कांग्रेस की इस अचानक बढ़ी सक्रियता के पीछे दो बड़ी वजह बताते हैं। पहली वजह- कांग्रेस शीर्ष नेतृत्व को अब लगता है कि दिल्ली में अगर पार्टी को फिर से पुनर्जीवित करना है तो विधानसभा चुनाव में पूरी ताकत झोंकनी होगी। दूसरी वजह- दिल्ली प्रदेश कांग्रेस के नेताओं का मानना है कि उनका पूरा वोटबेस AAP ने हथियाया है। ऐसे में अब आम आदमी पार्टी से दो-दो हाथ करना ही होगा।
बता दें कि दिल्ली के पिछले दो विधानसभा चुनावों में आम आदमी पार्टी (AAP) ने एकतरफा जीत हासिल की है। 2015 में जहां आप ने दिल्ली की 70 में 67 सीटें जीती थी। इस चुनाव में बीजेपी को 3 सीटें मिली थीं। वहीं, कांग्रेस का खाता तक नहीं खुला था। 2020 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो इसमें भी AAP ने भारी बहुमत हासिल किया था। आप को 70 में से 62 सीटों पर जीत मिली थी। वहीं, बीजेपी को 8 सीटें मिली थीं। इस चुनाव में भी कांग्रेस पार्टी का खाता नहीं खुला था।
दिल्ली चुनाव: इन 5 सीटों पर AAP को जोरदार टक्कर देगी AIMIM, ओवैसी ने बनाया धांसू प्लान!
बीजेपी नेता और कालकाजी विधानसभा क्षेत्र से पार्टी प्रत्याशी रमेश बिधूड़ी एक बार फिर विवादों…
Crude Oil Import: रूस से भारत में कच्चे तेल के आयात में गिरावट आई है,…
सोसायटी के लोगों ने बताया कि मौलाना अक्सर तौलिया पहनकर अपने फ्लैट की बालकनी में…
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को 16वें जनजातीय युवा कार्यक्रम में हिस्सा…
WTC 2025-27 Schedule: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2025-2027 में जानिए भारतीय टीम कब और किसके खिलाफ…
बीजेपी नेता और प्रत्याशी रमेश बिधूड़ी ने प्रियंका गांधी को लेकर दिए गए विवादित बयान…