नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक 35 वर्षीय महिला को जीबी रोड के रेड लाइट एरिया से रेस्क्यू किया है। यह महिला मूल रूप से पश्चिम बंगाल की रहने वाली है और उसे नौकरी का झांसा देकर दिल्ली लाया गया था। लेकिन यहां लाने के बाद उसे जबरन देह व्यापार में धकेल दिया गया। पुलिस ने इस मामले में वेश्यालय का संचालन करने वाले एक व्यक्ति को मौके से गिरफ्तार किया है।
पुलिस के अनुसार, पीड़िता का कुछ समय पहले तलाक हो गया था और वह घरेलू सहायिका के रूप में काम करती थी। लगभग तीन महीने पहले, एक महिला ने उसे दिल्ली में अच्छी नौकरी देने का वादा किया। लेकिन राजधानी पहुंचने के बाद उसका परिवार से संपर्क टूट गया और उसे एक वेश्यालय में बेच दिया गया।
अपने भाई को फोन कर अपनी आपबीती बताई
करीब 10 दिन पहले महिला को किसी तरह मौका मिला और उसने अपने भाई को फोन कर अपनी आपबीती बताई। इसके बाद परिवार ने एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) की मदद से राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (एनएचआरसी) से संपर्क किया। एनएचआरसी से मिली जानकारी पर दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने कार्रवाई करते हुए 5 अप्रैल को जीबी रोड स्थित एक वेश्यालय पर छापेमारी की और महिला को वहां से सुरक्षित बाहर निकाला।
महिला की पढ़ाई सिर्फ पांचवीं कक्षा तक हुई
पुलिस ने बताया कि महिला की पढ़ाई सिर्फ पांचवीं कक्षा तक हुई है और वह आर्थिक रूप से बेहद कमजोर परिवार से आती है। उसके बयान के आधार पर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर ली है और इस पूरे नेटवर्क की जांच शुरू कर दी गई है। गौरतलब है कि जीबी रोड दिल्ली का एक प्रमुख रेड लाइट एरिया है, जहां कई कोठों में देह व्यापार होता है। यहां नेपाल, पूर्वोत्तर भारत, पश्चिम बंगाल, राजस्थान और बिहार से लाई गई कई लड़कियां अवैध रूप से काम करने के लिए मजबूर की जाती हैं। पुलिस अब यह जानने की कोशिश कर रही है कि इस तस्करी के पीछे और कौन-कौन लोग शामिल हैं।