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हरियाणा की करनाल सीट पर बीजेपी को टक्कर देने के लिए कांग्रेस ने बनाई रणनीति

हरियाणा की करनाल सीट पर बीजेपी को टक्कर देने के लिए कांग्रेस ने बनाई रणनीति Congress made strategy to compete with BJP on Karnal seat of Haryana

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Haryana
  • August 29, 2024 5:53 pm Asia/KolkataIST, Updated 4 months ago

नई दिल्ली : हरियाणा विधानभा चुनाव में कुछ ही समय बचे है. ऐसे में सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। हरियाणा का करनाल विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र काफी महत्वपूर्ण है। यह सीट करनाल जिले के तहत आता है. इस सीट से जीतकर नायाब सिंह सैनी हरियाणा के मुख्यमंत्री बने हैं. उन्होंने उपचुनाव जीता और मनोहर लाल खट्टर की जगह मुख्यमंत्री बने.यह सीट हरियाणा के विधानसभा चुनाव में हॉट सीट रही है. इससे पहले मनोहर लाल खट्टर करनाल विधानसभा सीट से ही जीतकर मुख्यमंत्री बनते रहे हैं. 2019 के चुनाव में मनोहर लाल खट्टर ने जीत हासिल की थी .उन्होंने कांग्रेस के तरलोचन सिंह को 45188 वोटों से मात दी थी.

बीजेपी के लिए चुनौतीपूर्ण मुकाबला

राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि करनाल विधानसभा सीट पर कांग्रेस के 4 प्रमुख दावेदार भाजपा के लिए चुनौती पेश कर सकते हैं। बता दें कांग्रेस मनोज वाधवा ,सुमिता सिंह,अशोक खुराना, तरलोचन सिंह के नामों की चर्चा चल रही हैं. इन नेताओं की पंजाबी मतदाताओं पर पकड़ बीजेपी के लिए मुश्किलें पैदा कर सकती है। करनाल में 63,000 से ज्यादा पंजाबी मतदाता इस चुनाव में निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं, और कांग्रेस की सक्रिय रणनीति बीजेपी के लिए मुकाबला कठिन बना सकती है।

कुल मिलाकर, राजनीतिक विशेषज्ञों के नजर में इस बार करनाल विधानसभा सीट पर कांग्रेस और भाजपा के बीच कांटे की टक्कर होने की संभावना है।. कौन सा चेहरा जनता की उम्मीदों पर खरा उतरेगा और कौन सी पार्टी जीत हासिल करेगी, ये चुनाव के नतीजे ही बताएंगे

करनाल का राजनीति इतिहास

हरियाणा के करनाल में पिछले दस साल से बीजेपी का गढ़ रहा है. यहां पर 16 बार चुनाव हुए है.जिसमें बीजेपी ने 5 बार जीत हासिल की थी. वहीं कांग्रेस ने पांच बार करनाल सीट से चुनाव जीता है. वहीं 1962 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने जीत दर्ज की थी. इस सीट से दो बार निर्दलीय उम्मीदवारों ने चुनाव जीता था. 1977 के चुनाव में जनता पार्टी के राम लाल ने चुनाव में जीत दर्ज की थी. वहीं भारतीय जनसंध ने दो बार चुनाव में जीत हासिल की थी.

जातीय समीकरण

करनाल एक समान्य श्रेणी की सीट है. 2019 के विधानसभा चुनाव में कुल मतदाता 239477 थे. करनाल विधानसभा में अनुसूचित जाति के मतदाताओं की संख्या लगभग 31,060 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 12.97% है. वहीं पंजाबी समुदाय की संख्या 63,हजार है. ब्राह्मण मतदाता की संख्या लगभग 17 हजार 561 है. जाट मतदाता की संख्या करीब 12 हजार है. इसके अलावा राजपूत की संख्या लगभग 8 हजार 615 है. अनुसूचित जाति मतदाताओं की संख्या लगभग 31,060 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 12.97% है.वहीं ग्रामीण मतदाताओं की संख्या लगभग 23,062 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 9.63% है. इसके अलावा शहरी मतदाताओं की संख्या लगभग 216,415 है जो 2011 की जनगणना के अनुसार लगभग 90.37% है।

2019 चुनाव परिणाम

2019 के विधानसभा चुनाव में मनोहर लाल खट्टर ने जीत दर्ज की थी. उन्हें 79906 वोट मिले हैं उनका वोट शेयर 63.72% था. वहीं दूसरे नबंर पर कांग्रेस के तरलोचन सिंह थे. उन्हें 34718 वोट मिले थे.उनका वोट शेयर 27.68% था. इसके अलावा जेजेपी के तेज बहादुर तीसरे नबंर पर थे.उन्हें 3192 वोट मिले थे उनका वोट शेयर 2.55% था.

2024 में उपचुनाव क्यों हुआ

बता दें 3 मार्च को मनोहर लाल खट्टर ने सीएम पद से इस्तीफा दिया था. जिसके बाद नायाब सिंह सैनी ने उनके जगह पर करनाल विधानसभा सीट से उप चुनाव लड़े। 25 मई को हुए उपचुनाव का रिजल्ट आया और नायब सिंह सैनी ने जीत हासिल की

2024 उपचुनाव परिणाम

2024 के उपचुनाव में बीजेपी के नायाब सिंह सैनी ने जीत दर्ज की थी.उन्हें 95,004 वोट मिले थे .उनका वोट शेयर 62.43 था. वहीं दूसरे नबंर पर कांग्रेस के तरलोचन सिंह थे. उन्हें 53,464 वोट मिले थे. उनका वोट शेयर 35.13 था.

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