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नीतीश कुमार को लेकर अशोक चौधरी ने कही बड़ी बात, NDA की कमान पर पर्दाफाश, लालू को भी घेरा

रविवार को औरंगाबाद में जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे मंत्री अशोक चौधरी ने लालू यादव पर जमकर हमला बोला. पत्रकारों द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वैसे तो लालू यादव ने लंबे समय तक बिहार की राजनीति को दिशा देने का काम किया, लेकिन अपने 15 साल के कार्यकाल में उनके पास बिहार को विकसित राज्य बनाने का कोई विजन नहीं था.

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Nitish Kumar big thing about said Ashok Choudhary exposed the command of NDA, Lalu was also cornered
  • December 1, 2024 6:10 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 month ago

पटना: रविवार को औरंगाबाद में जिला स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने पहुंचे मंत्री अशोक चौधरी ने लालू यादव पर जमकर हमला बोला. पत्रकारों द्वारा पूछे गए एक सवाल का जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि वैसे तो लालू यादव ने लंबे समय तक बिहार की राजनीति को दिशा देने का काम किया, लेकिन अपने 15 साल के कार्यकाल में उनके पास बिहार को विकसित राज्य बनाने का कोई विजन नहीं था.

 

चरवाहा विद्यालय भेजा

 

अशोक चौधरी ने आगे कहा कि उन्होंने ही इस राज्य में चरवाहा विद्यालय बनाने का काम किया. उन्होंने पिछड़े वर्ग, दलित या आर्थिक रूप से गरीब लोगों की बड़ी आबादी को भैंस पर बिठाकर चरवाहा विद्यालय भेजा। यानी 21वीं सदी में विकसित राज्य बनाने की कोई सोच ही नहीं थी. 2025 के चुनाव पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि जब तक नीतीश कुमार जीवित हैं, वह बिहार में बड़े भाई की भूमिका में रहेंगे. बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग पर उन्होंने कहा कि आज जब झारखंड में उनकी सरकार बनी है तो वे यह नहीं कहते कि ईवीएम से बैलेट पेपर का इस्तेमाल हो.

 

कोई मुद्दा नहीं बचा

 

बिहार में जब वे उपचुनाव जीतते हैं तो यह नहीं कहते कि उन्हें ईवीएम से मतदान कराना चाहिए, क्योंकि अब उनके पास कोई मुद्दा नहीं बचा है, इसलिए वे नया राग अलाप रहे हैं कि उन्हें ईवीएम से मतदान कराना चाहिए. उन्होंने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने भी मतपत्र से चुनाव को खारिज कर दिया है और ईवीएम को पूरी तरह सुरक्षित माना है. उन्होंने बिहार में बढ़ती आपराधिक घटनाओं को स्वीकार करते हुए कहा कि खासकर व्यवसायियों या आभूषण कारोबारियों के साथ कुछ आपराधिक घटनाएं घटी हैं. वहीं इससे जुड़े कुख्यात अपराधियों पर कार्रवाई भी हुई है और कुछ बड़ी सफलता भी मिली है.

 

राजनीतिक व्यापारी हैं

 

उन्होंने कहा कि इन सभी मामलों में हमें दस से पंद्रह दिन और इंतजार करना चाहिए. सरकार और माननीय नेता नीतीश कुमार की प्राथमिकता कानून व्यवस्था को दुरुस्त रखना है. बिहार के विकास की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि अगर देश दुनिया की नजरों में आगे बढ़ रहा है तो बिहार सबसे तेज गति से विकास के मानक स्थापित कर रहा है. राज्य की विकास दर 11 प्रतिशत है और इस विकास की गति में बिहार के उद्यमियों और व्यवसायियों का महत्वपूर्ण योगदान है।

वहीं ऐसे में बिहार के व्यवसायियों और नागरिक समाज के लोगों को अपराधियों से सुरक्षित रखना हमारी प्राथमिकता है और हम इस पर काम भी कर रहे हैं. उन्होंने माना कि बिहार में कभी-कभी अपराध का ग्राफ बढ़ जाता है, लेकिन इसके बावजूद हमारी वैदिक स्थिति सही है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रस्तावित दौरे पर प्रशांत किशोर द्वारा उठाए गए सवाल का जवाब देते हुए मंत्री अशोक चौधरी ने कहा कि प्रशांत किशोर कोई राजनीतिक व्यक्ति नहीं बल्कि राजनीतिक व्यापारी हैं. वे राजनीतिक दलों के लिए कारोबार करते हैं।

 

औकात दिखा दी

 

ऐसे में उनका यह सपना था कि वह बिजनेसमैन की बजाय नेता क्यों बनें और उन्होंने एक पार्टी बनाई, लेकिन हाल ही में संपन्न हुए उपचुनाव में जनता ने उन्हें उनकी औकात दिखा दी. मुख्यमंत्री ने चर्चा करते हुए कहा कि जब उन्होंने सत्ता संभाली तो बिहार का बजट 24 हजार करोड़ रुपये था, लेकिन 18 साल के शासनकाल के बाद अब बिहार का बजट 2,80,000 करोड़ रुपये हो गया है. उन्होंने लालू राबड़ी के शासनकाल की चर्चा करते हुए कहा कि इस राज्य में 118 नरसंहार हुए थे. मगध और शाहाबाद का पूरा क्षेत्र खून से लथपथ हो गया।

 

विकास वाला राज्य बनेगा

 

धार्मिक और जातीय उन्माद चरम पर था, लेकिन नीतीश कुमार ने उस स्थिति से बचाया और बिहार को सबसे तेजी से विकास करने वाला राज्य बनाया. बिहार में शराबबंदी की विफलता के सवाल पर चौधरी नाराज हो गये और कहा कि सिर्फ शराबबंदी नीति पर ही चर्चा क्यों होती है. हम सिर्फ दहेज एक्ट, एससी-एसटी रंगदारी एक्ट और आर्म्स एक्ट की ही बात क्यों करते हैं? यह सब भारत सरकार ने भी बनाया है, लेकिन उपद्रवी और दुष्ट प्रवृत्ति के तथा संविधान में विश्वास न रखने वाले लोग हर जगह हैं। आज भी एससी एसटी उत्पीड़न और दलित महिलाओं के साथ बलात्कार पूरे देश में सबसे ज्यादा है, जो लोग संविधान में विश्वास नहीं करते उनकी अपनी जगह है। लेकिन मुख्यमंत्री ने इस संबंध में प्रयास किया है.

 

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