भाजपा और जेडीयू के रिश्ते तनावपूर्ण बने हुए हैं। बताया जा रहा है कि बिहार सरकार में बीजेपी शीर्ष नेतृत्व के बढ़ रहे हस्तक्षेप को लेकर नीतीश कुमार और उनकी पार्टी परेशान है।
पटना/नई दिल्ली। बिहार में नए साल के पहले दिन यानी 1 जनवरी 2025 को बड़ी सियासी हलचल देखने को मिली है। यहां राज्य के नवनियुक्त राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान अचानक राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव से मुलाकात करने उनके आवास पर पहुंचे हैं।
बताया जा रहा है कि राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने लालू यादव से मुलाकात कर उन्होंने नए साल की शुभकामनाएं दी हैं। इसके साथ ही उन्होंने लालू यादव की पत्नी और पूर्व सीएम राबड़ी देवी को जन्मदिन की बधाई भी दी है। मालूम हो कि इससे पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल से मुलाकात की थी।
राजद के शीर्ष नेताओं से राज्यपाल की लगातार हो रही मुलाकात ने पटना में सियासी तापमान बढ़ा दिया है। सियासी गलियारों में इन मुलाकातों के अलग-अलग अर्थ निकाले जा रहे हैं। बिहार की सियासत पर नजर रखने वाले कई विश्लेषकों का मानना है कि इन मुलाकातों में गहरा संदेश छिपा हुआ है। बीजेपी आलाकमान बिहार में कुछ बड़ा सियासी धमाका करने की भूमिका बना रहा है।
उधर, भाजपा और जेडीयू के रिश्ते तनावपूर्ण बने हुए हैं। बताया जा रहा है कि बिहार सरकार में बीजेपी शीर्ष नेतृत्व के बढ़ रहे हस्तक्षेप को लेकर नीतीश कुमार और उनकी पार्टी परेशान है। इसके अलावा नीतीश कुमार, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के उस बयान से भी नाराज हैं, जिसमें शाह ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि बिहार का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इसका फैसला दोनों दल के नेता बैठकर कर लेंगे।
बता दें कि कि जेडीयू सुप्रीमो नीतीश कुमार ऐसे कई मुद्दों को लेकर बीजेपी से नाराज जरूर चल रहे हैं, लेकिन वो फिर से पाला बदलेंगे इसकी संभावना बिल्कुल नहीं है। मालूम हो कि पिछले कुछ महीनों में नीतीश कुमार कई बार कह चुके हैं कि वो अब कहीं नहीं जाएंगे। NDA में ही रहेंगे।