पिछले कुछ दिनों से नीतीश कुमार के पाला बदल को लेकर चर्चाएं तेज है. इसी बीच राजद प्रमुख लालू यादव ने उनके लिए स्वागत द्वार खोल दिये और नीतीश कुमार मौनी बाबा बनकर बिहार यात्रा पर निकल गये. माना जा रहा है कि वह मकर संक्रांति के बाद खेला कर सकते हैं.
पटना/नई दिल्ली. विधानसभा चुनाव दिल्ली में है और सियासी पारा पटना का हाई है. नीतीश कुमार मौन साधे हुए यात्रा पर निकल गये हैं लेकिन उससे पहले राजद प्रमुख लालू यादव ने जो ऑफर दिया उस पर कुछ नहीं बोले. …तो इसे क्या माना जाए मौनं स्वीकृति लक्ष्णम. शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने इकरार और इनकार के बीच दबी बात को उजागर कर दिया है.
उन्होंने कहा है कि भाजपा की आदत है जो जो साथ होते हैं उनके साथ वह विश्वासघात करती है. यही बीजेपी का असली चेहरा है. अंदर की बात यह है कि भाजपा अब जेडीयू के 10 सांसदों को तोड़ने की कोशिश कर रही है. यह बात जेडीयू प्रमुख और सीएम नीतीश कुमार को पता चल गई है. यही वजह है कि वह गुमसुम हैं, कुछ बोल नहीं रहे हैं.
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि भाजपा के लिए पार्टी तोड़ना एक नशा जैसा है. सबसे पहले वह मित्रों की पार्टी तोड़ती है, महाराष्ट्र में उनके साथ क्या हुआ, वही फार्मूला नीतीश कुमार पर आजमाने की तैयारी चल रही है. एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि शिवसेना यूबीटी को जितना तोड़ना था तोड़ चुके, अब तोड़ने के लिए बाजार में कौन बाकी है, ये सबको मालूम है.
उनके पास खबर है कि जनता दल यू के 10 सांसद बीजेपी तोड़ने की तैयारी में है इसीलिए नीतीश कुमार बहुत परेशान हैं. कुछ अलग निर्णय वो ले सकते हैं. आपको बता दें कि संजय राउत का बयान ऐसे समय पर आया है जब राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने नीतीश कुमार के लिए ऑफर दिया है. चतुर सुजान नीतीश कुमार ने इस पर उन्हें कोई जवाब नहीं दिया. माना जा रहा है कि वह मौके की तलाश में हैं और संभवत: मकर संक्रांति के बाद कोई बड़ा फैसला कर सकते हैं.
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