नई दिल्ली: राजस्थान के खाटू श्याम मंदिर परिसर में स्थित एक विशेष पेड़ के बारे में दावा किया गया है कि इसी पेड़ के नीचे बाबा खाटू श्याम ने पूरी महाभारत का दृश्य देखा था। इस पेड़ की ऐतिहासिक और धार्मिक मान्यता से जुड़ी यह जानकारी हाल ही में एक वायरल वीडियो के माध्यम से […]
नई दिल्ली: राजस्थान के खाटू श्याम मंदिर परिसर में स्थित एक विशेष पेड़ के बारे में दावा किया गया है कि इसी पेड़ के नीचे बाबा खाटू श्याम ने पूरी महाभारत का दृश्य देखा था। इस पेड़ की ऐतिहासिक और धार्मिक मान्यता से जुड़ी यह जानकारी हाल ही में एक वायरल वीडियो के माध्यम से उजागर हुई है। आइए जानते हैं इस पेड़ का क्या महत्व है?
खाटू श्याम जी मंदिर राजस्थान के सीकर जिले के खाटू गांव में स्थित है, जो भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। मान्यता है कि बाबा खाटू श्याम, जो कि भगवान कृष्ण के अवतार माने जाते हैं, ने यहाँ के पेड़ों के नीचे बैठकर महाभारत के युद्ध और अन्य घटनाओं का दर्शन किया। यह पेड़ आज भी मंदिर परिसर में खड़े हैं, और इनकी महत्ता श्रद्धालुओं और इतिहासकारों दोनों के लिए एक रहस्य बना हुआ है।
पौराणिक कथाओं के अनुसार, जब महाभारत का युद्ध चल रहा था, तब बाबा खाटू श्याम ने इन पेड़ों के नीचे से युद्ध के घटनाक्रमों को देखा। इन पेड़ों को लेकर कई किंवदंतियाँ प्रचलित हैं, जिसमें यह दावा किया गया है कि ये पेड़ बहुत पुरानी जातीय वृक्ष प्रजाति का है, जिनकी उम्र हजारों वर्षों की बताई जाती है। इन पेड़ों के पत्तों और छाल पर कुछ विशेष धार्मिक चिह्न भी देखे जा सकते हैं, जिन्हें भक्तों द्वारा शुभ और पवित्र माना जाता है। मंदिर परिसर में स्थित यह विशेष पेड़, जिसे स्थानीय लोग “महाभारत का पेड़” के नाम से जानते हैं।
मंदिर के पुजारीयों का मानना है कि ये पेड़ धार्मिक दृष्टिकोण से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। यहाँ के स्थानीय लोग और श्रद्धालु मानते हैं कि इन पेड़ों के नीचे से ही बाबा खाटू श्याम ने महाभारत की घटनाओं का दर्शन किया था। हर साल बड़ी संख्या में भक्त यहाँ आकर इन पेड़ों को पूजते हैं और आशिर्वाद प्राप्त करते हैं।” हाल ही में एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है, जिसमें इस पेड़ के धार्मिक महत्व को विस्तार से दर्शाया गया है। इस वीडियो में दिखाया गया है कि कैसे श्रद्धालु इन पेड़ों के चारों ओर पूजा-अर्चना करते हैं और इनकी पवित्रता को स्वीकार करते हैं। इस वीडियो ने इस विषय पर अधिक ध्यान आकर्षित किया है और भक्तों के बीच इस ऐतिहासिक और धार्मिक स्थल के प्रति और भी अधिक आस्था उत्पन्न की है। खाटू श्याम मंदिर का यह स्थान आज भी एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है और यहाँ आने वाले भक्तों का कहना है कि इस पेड़ के दर्शन करने से उनके जीवन में सकारात्मक परिवर्तन आया है। पेड़ों के आसपास की धरती और वायुमंडल को भी भक्त एक विशेष ऊर्जा से भरा मानते हैं, जो उन्हें आध्यात्मिक शांति और सुख प्रदान करता है।
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