गुजरात में भले ही कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी का जादू प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शब्दों के आगे न चला हो लेकिन साल 2002 से लेकर 2017 तक गुजरात चुनाव के नतीजों को देखकर एक चीज साफ है कि गुजरात में भले ही बीजेपी जीत रही हो लेकिन कांग्रेस भी राज्य में लगातार अपनी बढ़त बना रही है.
भगवान श्रीकृष्ण के साथ राधा की प्रतिमा तो आपने देखी होगी, लेकिन महाराष्ट्र के पंढ़रपुर में एक ऐसा अनोखा मंदिर है जहां श्रीकृष्ण और राधा के साथ रुक्मिणी की भी पूजा की जाती है. रुक्मिणी और कृष्ण का यह मंदिर अपनी तरह का अकेला तीर्थ है.
शिवपुराण कथा में बारह ज्योतिर्लिंग ममलेश्वर के वर्णन की महिमा बताई गई है. ये 12 ज्योतिर्लिंग मल्लिकार्जुनम्, वैद्यनाथम्, केदारनाथम्, सोमनाथम्, भीमशंकरम्, नागेश्वरम्, विश्वेश्वरम्, त्र्यंम्बकेश्वर, रामेश्वर, घृष्णेश्वरम्, ममलेश्वर .जिसमें ओंकारेश्वर और दूसरा ममलेश्वर ज्योतिलिंग है.
मालवा में स्थित है विश्व प्रसिद्ध खजराना का गणेश मंदिर. इस मंदिर का निर्माण 1735 में होल्कर वंश की महारानी अहिल्याबाई होल्कर ने कराया था. कहा जाता है कि जो भी श्रद्धालु अपनी मनोकामना के साथ इस मंदिर में आता है उसकी कामना अवश्य पूरी होती है.
कालों के काल महाकाल शिव को कहते हैं शिव के अनेक रूप हैं. शिव की आराधना करने से आपकी हर मनोकामना पूर्ण होती है.
प्रत्येक 12 साल में एक बार सिंहस्थ महाकुंभ नासिक-त्र्यंबकेश्वर में आरंभ हो चुका है. इस बार का महाकुंभ विश्व रिकॉर्ड बनाने के साथ ही कई मायनों में खास हैं.
विद्वानो ने हनुमान जी की जाति वानर बताई है. इसी का जीता जागता उदाहरण है विराट नगर (राजस्थान) में स्थापित पंचखंडपीठ पावन धाम स्थित वज्रांग मन्दिर.
पुराणों में मंगल ग्रह का जन्म स्थान उज्जैन में माना गया है. इसलिए मंगल ग्रह की शांति के लिए यथा संभव अंगारेश्वर महादेव में विशेष पूजा फलदायी मानी गयी हैं.
नाना साहब पेशवा पथ पर स्थित श्री चिंतामणि गणेश मंदिर न केवल अत्यंत प्राचीन है बल्कि सुप्रसिद्ध और हजारों हजार भक्तों की आस्था का केंद्र भी है. इस मंदिर की स्थापना देवराज इन्द्र के द्वारा की गयी है.
शिरडी के साई बाबा का मंदिर विश्व भर में प्रसिद्ध तीर्थस्थल है. शिरडी अहमदनगर जिले के कोपरगांव तालुका में है. गोदावरी नदी पार करने के पश्चात मार्ग सीधा शिरडी को जाता है.