नई दिल्ली. भारत में शायद ही कोई ऐसी जगह होगी जो कामाख्या मंदिर जितनी रहस्यमयी और मायावी हो. यह मंदिर गुवहाटी से 8 किमी दूर कामागिरी या नीलाचल पर्वत पर स्थित है. इसे आलौकिक शक्तियों और तंत्र सिद्धि का प्रमुख स्थल माना जाता है. भारत में शायद ही कोई ऐसी जगह होगी जो कामाख्या मंदिर जितनी रहस्यमयी और मायावी हो.
यह मंदिर गुवहाटी से 8 किमी दूर कामागिरी या नीलाचल पर्वत पर स्थित है. इसे आलौकिक शक्तियों और तंत्र सिद्धि का प्रमुख स्थल माना जाता है. कामाख्या मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है. कहा जाता है कि यहां सति देवी का योनि भाग गिरा था. यही वजह है कि यह मंदिर सति देवी की योनि का प्रतिनिधित्व करता है. सति देवी के स्वःत्याग से क्रोधित होकर भगवान शिव ने विनाश का नृत्य अर्थात तांडव किया था. नवरात्र में देखे इंडिया न्यूज के स्पेशल शो धर्मचक्र में
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