चंडीगढ़: बीते साल मई में पंजाब पुलिस ने गोरखपुर के आतंकी दीपक रंगा को गिरफ्तार किया था। खुफिया मुख्यालय पर RPG हमले का मास्टरमाइंड अपराधी, दीपक रंगा क़त्ल के पांच मामलों में शामिल हो सकता है। इसके अलावा आरोपी पंजाब और हरियाणा के अलावा नौ अन्य राज्यों में पहले से वॉन्टेड है। यह जानकारी पुलिस […]
चंडीगढ़: बीते साल मई में पंजाब पुलिस ने गोरखपुर के आतंकी दीपक रंगा को गिरफ्तार किया था। खुफिया मुख्यालय पर RPG हमले का मास्टरमाइंड अपराधी, दीपक रंगा क़त्ल के पांच मामलों में शामिल हो सकता है। इसके अलावा आरोपी पंजाब और हरियाणा के अलावा नौ अन्य राज्यों में पहले से वॉन्टेड है।
यह जानकारी पुलिस को पहले दौर की पूछताछ के बाद मिली है। आपको बता दें, जनवरी में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA ) ने उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के खूँखार अपराधी रंगा को गिरफ्तार किया था।
मिली जानकारी के अनुसार,मोहाली पुलिस हरियाणा के झज्जर निवासी रंगा को रविवार को प्रोडक्शन वारंट पर दिल्ली से लाई। जिला अदालत ने उसे दस दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया। पुलिस सूत्रों ने कहा कि रंगा कथित तौर पर चंडीगढ़ के कुख्यात गैंगस्टर सोनू शाह की हत्या के साथ-साथ महाराष्ट्र में दो छात्रों और एक संपत्ति व्यापारी की हत्या में भी शामिल था।
बताया गया कि रंगा राणा कंडोवालिया की हत्या में भी शामिल था। सूत्रों के मुताबिक, रंगा ने पुलिस को बताया कि उसने पाकिस्तानी गैंगस्टर से आतंकवादी बने हरविंदर रिंदा के निर्देश पर आरपीजी को उड़ाया था। पिछले साल मई में हुए हमले के बाद, रंगा नेपाल भाग गया था। इसके बाद आखिरकार उत्तर प्रदेश (यूपी) के गोरखपुर में NIA ने उसे धर दबोचा।
जानकारी के लिए बता दें, NIA की जाँच में यह भी खुलासा हुआ था कि आतंकी, गैंगस्टर और ड्रग डीलर हथियारों, विस्फोटकों और आईईडी आदि की तस्करी करते थे। सीमा के दूसरी ओर। एनआईए ने आरोप लगाया था कि रंगा सक्रिय रूप से रिंडा और लांडा से हथियार और वित्तीय मदद प्राप्त कर रहा था। NIA ने ऑपरेशन को लेकर गोरखपुर पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी थी।