Bollywood Movies Inspired Crime: दिल्ली के श्रद्धा मर्डर केस ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है. इस हत्याकांड के आरोपी आफताब ने डेक्सटर (Dexter) वेब सीरीज देखने ने बाद अपनी गर्लफ्रेंड को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया था. इस तरह के मामले पहली बार सामने नहीं आये हैं. इसी कड़ी में […]
Bollywood Movies Inspired Crime: दिल्ली के श्रद्धा मर्डर केस ने पूरे देश को हिला कर रख दिया है. इस हत्याकांड के आरोपी आफताब ने डेक्सटर (Dexter) वेब सीरीज देखने ने बाद अपनी गर्लफ्रेंड को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया था. इस तरह के मामले पहली बार सामने नहीं आये हैं. इसी कड़ी में आपको कुछ बॉलीवुड मूवीज के बारे में जानकर हैरानी होगी लेकिन यह बात सच है कि इन फिल्मों को देखकर सिलसिलेवार तरीके से दिल दहलाने वाली वारदातों को अंजाम दिया। आइये जानते हैं इन फिल्मों के बारे में:
मेरठ में एक 15 साल के बच्चे को किडनैप कर लिया जाता है जिसके बाद उसके घुरवालों से 50 हजार रुपयों की फिरौती की मांग की जाती है. इस वारदात को अंजाम देने के पीछे इसी बच्चे के करीबी दोस्त का हाथ होता है. जिसके बाद जब बच्चे की हत्या हो जाती है तब जाकर खुलासा होता है कि आरोपी नाबालिग हर रोज विवेक ओबरॉय की फिल्म शूटआउट एट लोखंडवाला को देखा करता था जिसके उसने इस वारदात को अंजाम देने का मन बनाया।
साल 2015 में भोपाल से एक पति लापता हो जाता है. जिसके बाद शख्स की बीवी उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराती है. फिर एक दिन लापता शख्स की लाश डैम के पानी के ऊपर तैरती हुई बरामद होती है. मामले में जब कातिल की शिनाख्त होती है तब खुलासा होता है कि किलर ने इस वारदात को अजय देवगन की फिल्म दृश्यम देखकर अंजाम दिया था।
स्पेशल 26 जैसी सस्पेंस और थ्रिलर मूवी को आखिर कौन भूल सकता है. लेकिन आपको बता दें. साल 2016 में नोटबंदी के बाद लोगों ने इस मूवी को देखकर सूट-बूट पहना और नकली रेड मारने के लिए अपराध की राह चल पड़ें। इन लोगों ने खुद को सीबीआई ऑफिसर बताकर खूब पैसे लूटे।
हर सिक्के के दो पहलू होते हैं. इन तमाम फिल्मों में पुलिस की मेहनत दिखाने की व आवाम को सतर्क करने की कोशिश की जाती है. लेकिन वहीं दूसरी ओर इन फिल्मों की मदद से अपराधियों के शातिर दिमाग की परतें भी खुल जाती है.
श्रद्धा मर्डर केस में भी आफताब ने डेक्सटर (Dexter) वेब सीरीज से इंस्पायर होकर बड़ी ही बेरहमी और वहशीपन से अपनी गर्लफ्रेंड का कत्ल किया था. जुर्म चाहे बंदूक की नोक पर लूट करने का हो या फिर अपनी प्रेमिका को बेरहमी से मौत के घाट उतार देने का… तमाम अपराध इंसानियत पर शर्मनाक सवाल उठाते हैं.