पानीपत: एयर होस्टेस गीतिका शर्मा सुसाइड मामले में हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल कांडा को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने बरी कर दिया है. उनपर एयर होस्टेस गीतिका शर्मा को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप था. उनकी सहयोगी अरुणा चड्ढा पर भी इसी आरोप के तहत मामला दर्ज़ किया गया था. मामले के […]
पानीपत: एयर होस्टेस गीतिका शर्मा सुसाइड मामले में हरियाणा के पूर्व मंत्री गोपाल कांडा को दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने बरी कर दिया है. उनपर एयर होस्टेस गीतिका शर्मा को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप था. उनकी सहयोगी अरुणा चड्ढा पर भी इसी आरोप के तहत मामला दर्ज़ किया गया था. मामले के मुख्य आरोपी गोयल कांडा को बरी कर दिया गया है.
#WATCH | After Delhi's Rouse Avenue Court acquitted former Haryana Minister Gopal Goyal Kanda in air hostess Geetika Sharma suicide case, he says, "There was no evidence against me, this case was made against me and today the court has given its verdict." pic.twitter.com/rG9gE6EZ86
— ANI (@ANI) July 25, 2023
बता दें, ये मामला साल 2012 का है जब 5 अगस्त के दिन एयर होस्टेस गीतिका शर्मा ने दिल्ली के अशोक विहार स्थित अपने ही फ्लैट में सुसाइड कर लिया था. गीतिका के परिवार का आरोप है कि पूर्व मंत्री गोपाल कांडा ने एयर होस्टेस को काफी परेशान किया था.
हालांकि मामले में मुख्य आरोपी पूर्व मंत्री गोपाल कांडा और सह-आरोपी अरुणा चड्ढा को बरी कर दिया गया है. सभी उचित संदेह से परे अभियोजन पक्ष आरोपों को साबित करने में नाकाम साबित हुआ है. गोपाल कांडा की एमएलडीआर एयरलाइंस की पूर्व एयर होस्टेस गीतिका शर्मा को बाद में कंपनी के निदेशक के रूप में प्रमोट कर दिया गया था. इसके बाद साल 2012 में गीतिका के आवास पर उसका शव मिला था. गीतिका ने अपने सुसाइड नोट में 46 वर्षीय गोपाल कांडा और एक अन्य व्यक्ति पर उनका उत्पीड़न करने का आरोप लगाया था. अब बरी होने के बाद गोपाल कांडा का पहला बयान सामने आया है.
कोर्ट से बाहर आते हुए गोपाल कांडा ने मीडिया से बात की और कहा, मेरे खिलाफ कोई सबूत नहीं था, मेरे खिलाफ ये केस बनाया गया था और आज कोर्ट ने अपना फैसला सुना दिया है.
दरअसल साल 2012 में गीतिका शर्मा केस के सामने आने के बाद गोपाल कांडा को इस्तीफा देना पड़ा था। गीतिका शर्मा उनकी एयरलाइंस कंपनी में ही एयर होस्टेस थीं। जिन्होंने सुसाइड कर लिया था। एयर होस्टेस गितिका शर्मा ने अपने सुसाइड नोट में बताया था कि उन्हें गोपाल कांडा ने प्रताड़ित किया है, जिससे परेशान होकर वो ये गंभीर कदम उठा रही हैं। इसके बाद गोपाल कांडा को गिरफ्तार भी कर लिया गया था लेकिन वह साल 2014 में ही जेल से बाहर आ गए थे। जेल से बाहर आने बाद उन्होंने लोकहित पार्टी की स्थापना की। साथ ही उन्होंने साल 2014 में चुनाव भी लड़ा था जिसमें वह हार गए थे।