श्रीगंगानगर. भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर बसे श्रीगंगानगर जिले में इलाज के नाम पर अंधविश्वास का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है.बताया जा रहा है कि यहां पर कुछ तांत्रिक बाबाओं ने इलाज के नाम पर मासूम बच्चे को गर्दन तक तपती रेत में गाड़ दिया. पीड़ित बच्चा चल पाने में असमर्थ है. जिसके बाद […]
श्रीगंगानगर. भारत-पाकिस्तान बॉर्डर पर बसे श्रीगंगानगर जिले में इलाज के नाम पर अंधविश्वास का दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है.बताया जा रहा है कि यहां पर कुछ तांत्रिक बाबाओं ने इलाज के नाम पर मासूम बच्चे को गर्दन तक तपती रेत में गाड़ दिया. पीड़ित बच्चा चल पाने में असमर्थ है.
जिसके बाद कुछ लोगों ने इन बाबाओं की हरकत को अपने कैमरे में रिकॉर्ड कर लिया. बाद में सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया. बाद में वीडियो बना रहे लोगों ने इस मासूम बच्चे को तपती रेत से बाहर निकलवाया और उसके परिजनों से बात की. बातचीत में बच्चे के परिजनों ने खुलासा किया कि उसे उन्होंने अपनी सहमति से बाबाओं को सौंपा है. बता दें, श्रीगंगानगर जिले में दो दिन पहले ही इलाज के नाम पर दो युवतियों को चिमटों और सरियों से दागने का मामला सामने आया था.
जानकारी के अनुसार सोशल मीडिया में वायरल हो रहे इस वीडियो में दिखाई दे रहा है कि एक रेतीले धोरे पर 2 तांत्रिक बाबाओं ने एक नन्हे मासूम को गर्दन तक तपती रेत में गाड़ रखा हैं. बाबाओं ने बताया कि यह बच्चा चलने फिरने में असमर्थ है. इसे उसी के परिजनों ने उनको इलाज के लिए दिया है. वे यहां बच्चे का इलाज कर रहे हैं.
घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने इन कथित बाबाओं को पाबंद करते हुए मासूम के परिजनों समेत सभी को सोमवार थाने में बुलाया है. इस मामल में तहकीकात जारी है.
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