नई दिल्ली: आगरा के जगनेर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां दो सगी बहनों ने एक साथ आत्महत्या कर ली है। शवों के पास से सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें मृतक बहनों ने कई लोगों को अपने मौत की वजह बताई है। मामला बसेड़ी रोड पर स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी […]
नई दिल्ली: आगरा के जगनेर से एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां दो सगी बहनों ने एक साथ आत्महत्या कर ली है। शवों के पास से सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें मृतक बहनों ने कई लोगों को अपने मौत की वजह बताई है। मामला बसेड़ी रोड पर स्थित प्रजापिता ब्रह्माकुमारी केंद्र का है।
बता दें कि मृतका के भाई सोनू सिंघल ने जगनेर पुलिस थाने में चार लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज किया है। शव को पोस्टमार्टम के लिए आगरा भेजा गया है। थाना ने दो लोगों को हिरासत में लिया है और उन लोगों से पूछताछ जारी है। एसीपी खेरागढ़ महेश कुमार ने गिरफ्तारी के लिए तीन टीमों का गठन किया है।
इन बहनों का नाम एकता (38) और शिखा (32) बताया जा रहा हैं। शुक्रवार को इन दोनो का शव फंदे से लटका मिला और साथ में दो सुसाइड नोट भी मिले थे। इसमें माउंट आबू और ग्वालियर स्थित सेंटर से जुड़े दो लोगों पर उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। सुसाइड नोट में नीरज सिंघल नाम के व्यक्ति पर धोखा देने व उत्पीड़न का भी आरोप लगाया हैं।
दो बहनों के पिता का नाम अशोक कुमार सिंघल का बताया जा रहा है, जो तांतपुर में रहते हैं। जानकारी के मुताबीक एकता और शिखा ने करीब आठ साल पहले माउंट आबू स्थित ब्रह्माकुमारी के मुख्यालय में दीक्षा ली थी। इसके बाद दोनों ने जगनेर में सेंटर शुरू किया था। परिवार के लोगों को देर शाम में जानकारी मिली कि उनकी दोनों बेटियों ने आत्महत्या कर ली है। दोनों बहनों के शव हॉल में कुछ ही दूरी पर साड़ी से लटके मिले थे। एवं एकता और शिखा ने अपने सुसाइड नोट में नीरज, उसके पिता ताराचंद, गुड्डन व ग्वालियर की महिला पर आरोप लगाया।
सुचना के मुताबिक ब्रह्मकुमारीज सेंटर में आत्महत्या करने वाली बहनों ने आठ साल पहले ही माउंटआबू में दीक्षा ग्रहण की थी। उनको कसबा में ही ब्रह्मकुमारीज सेंटर बनवाने का जिम्मा सौंपा गया था। बहनों ने सेंटर को बनवाने के लिए काफी मेहनत की थी। मथुरा में स्थित अपना प्लॉट भी सात लाख में बेचकर रकम जमा करी थी।
एकता ने अपने सुसाइड नोट की शुरूआत प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से निवेदन करते हुए आरोप लगाया है कि नीरज माउंटआबू में रहता है। वह जगनेर में सेंटर बनने के बाद कभी आया ही नहीं। उन्होंने अपने सुसाइड नोट में यह भी लिखा कि हमारी मौत के बाद सेंटर को गरीब बच्चों की पढ़ाई के लिए दे दिया जाए। आरोपियों को आजीवन कारावास दिया जाए। एसीपी खेरागढ़ महेश कुमार का कहना है कि मामला आत्महत्या का है। दो सुसाइड नोट भी मिले हैं। इनमें ग्वालियर और माउंटआबू के सेंटरों के लोगों सहित चार पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं। जांच की जा रही है।
यह भी पढ़े: Game Changer: राम चरण की ‘गेम चेंजर’ के गाने का फैंस को करना होगा इंतजार, जानें क्या है वजह