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‘मैं मरना नहीं चाहता, पर…’ संगीन आरोपों के चलते मंदिर के पुजारी ने की आत्महत्या

जयपुर, राजस्थान के बाड़मेर में पुजारी का शव मंदिर में लटका मिला है, मृतक इसी मंदिर का पुजारी था. मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें पुजारी ने खुद को बदनाम करने की बात लिखी है. पुलिस ने एक समाज के लोगों पर उसे बदनाम करने का आरोप लगाया है और कहा […]

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‘मैं मरना नहीं चाहता, पर…’ संगीन आरोपों के चलते मंदिर के पुजारी ने की आत्महत्या
  • September 7, 2022 9:51 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

जयपुर, राजस्थान के बाड़मेर में पुजारी का शव मंदिर में लटका मिला है, मृतक इसी मंदिर का पुजारी था. मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है जिसमें पुजारी ने खुद को बदनाम करने की बात लिखी है. पुलिस ने एक समाज के लोगों पर उसे बदनाम करने का आरोप लगाया है और कहा है कि वो मरना नहीं चाहता था. बाड़मेर जिले के समदड़ी कस्बे में हिंगलाज माता मंदिर के पुजारी भीमदास (55) का शव बुधवार सुबह मंदिर में ही फांसी के फंदे पर लटकता हुआ मिला, दरअसल सुबह की आरती के बाद पुजारी मंदिर में रुका हुआ था. लोग मंदिर में दर्शन करने पहुंचे तो उन्हें पुजारी भीमदास पंखे के हुक से फंदे पर लटके हुए मिले.

लोगों ने पुजारी को फंदे से उतारा और तुरंत ही अस्पताल लेकर गए लेकिन तब तक पुजारी की मौत हो चुकी थी. लोगों के मुताबिक घटना सुबह करीब 10 बजे की है, पुजारी द्वारा आत्महत्या किए जाने की खबर से इलाके में हड़कंप मच गया है.

सुसाइड नोट में क्या लिखा

पुलिस ने मौक़ा-ए-वारदात से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है, जिसमें लिखा है ”मैंने चोरी नहीं की है, मैं जीना चाहता हूं लेकिन खत्री समाज के लोग मुझे बदनाम कर रहे हैं.”

गौरतलब है कि 2 दिन पहले ही मंदिर में चोरी हुई थी और अज्ञात चोर मंदिर से 7 किलो चांदी के अलावा मंदिर का चढ़ावा (कैश) लेकर फरार हो गए थे. इस चोरी का आरोप पुजारी भीमदास पर लगाया जा रहा था, चोरी के संदेह पर पुलिस ने पुजारी से पूछताछ भी की थी, खुद पर आरोप लगने से पुजारी बहुत आहत था. खुद की बदनामी की वजह से बुधवार को पुजारी ने मंदिर में ही आत्महत्या कर ली और सुसाइड नोट में अपनी बेगुनाही का सबूत दिया.

बेटे ने भी लगाए थे आरोप

पिता की मौत होने पर पुजारी के बेटे और भाई ने समदड़ी कस्बे के खत्री समाज के लोगों और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए थे, इस संबंध में पुजारी के बेटे ने कहा था कि मेरे पिता को परेशान किया जा रहा था. इसीलिए उन्होंने आत्महत्या की है, उन्हें परेशान करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए.

मैं जीना चाहता हूँ, मैंने चोरी…

पुजारी भीमदास ने अपने सुसाइड नोट में लिखा है कि- ” मैं जीना चाहता हूं, लेकिन मुझे बदनाम किया जा रहा है मेरे पास कोई विकल्प नहीं बचा है…मैंने चोरी नहीं की है, अब मैं तो जा रहा हूँ इसलिए जो भी चोर है आप उसका पता लगाना, मरते समय झूठ नहीं बोल रहा हूं, मेरे पीछे किसी को परेशान मत करना, मेरे बेटे ‘मैं मरना नहीं चाहता हूं’ लेकिन मुझे बदनाम कर दिया गया है इसलिए अब मेरे पास कोई विकल्प नहीं है.” पुजारी ने अपने भाई का नाम जिक्र करते हुए लिखा है ” मैं चोर नहीं हूं, खत्री समाज मुझे बदनाम कर रहा है और मेरे मरने की वजह खत्री समाज है, मेरे पीछे परिवार का ध्यान रखना.”

 

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