तिरुवनंतपुरम: अपनी ही चचेरी बहन से बलात्कार करने के मामले में केरल की एक अदालत ने शख्स को 135 सालों की सजा सुनाई है. शख्स पर अपनी चचेरी बहन के साथ कई बार दुष्कर्म करने और उसे प्रेग्नेंट करने का आरोप साबित हुआ है. पीड़िता ने एक बच्चे को भी जन्म दिया है जिसे बाल […]
तिरुवनंतपुरम: अपनी ही चचेरी बहन से बलात्कार करने के मामले में केरल की एक अदालत ने शख्स को 135 सालों की सजा सुनाई है. शख्स पर अपनी चचेरी बहन के साथ कई बार दुष्कर्म करने और उसे प्रेग्नेंट करने का आरोप साबित हुआ है. पीड़िता ने एक बच्चे को भी जन्म दिया है जिसे बाल कल्याण समिति की देखरेख में रखा गया है.
24 साल के व्यक्ति पर ‘हरिपद फास्ट ट्रैक स्पेशल कोर्ट’ के जज साजी कुमार ने यौन अपराधों से बच्चों के संरक्षण अधिनियम, भारतीय दंड संहिता, सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम और किशोर न्याय अधिनियम के प्रावधानों के तहत अलग-अलग सजा सुनाई है. लोक अभियोजक रघु के. के अनुसार इन सभी मामलों में आरोपी को दोषी पाया गया और उसे 135 साल की सजा सुनाई गई है. हालांकि ये सभी सजाएं एक साथ ही चलेंगी. इसके अलावा दोषी शख्स पर 5.1 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया गया है. पीड़िता को चार लाख रुपए का मुआवजा देने का निर्देश भी दिया गया है.
बता दें, पीड़िता की उम्र उस समय 15 साल थी जब उसके साथ दुष्कर्म हुआ. देश में पहले ही महिलाओं और नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म के मामले चिंताजनक हैं. राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो की एक रिपोर्ट बताती है कि साल 2021 में नाबालिग लड़कियों के साथ दुष्कर्म के 36,069 मामले दर्ज़ किए गए थे. 28,644 मामले बालिगों को लेकर सामने आए थे. नाबालिगों के साथ अपराध की दर काफी ज़्यादा है जिसके बाद पॉक्सो एक्ट के तहत अधिकांश मामले दर्ज़ किए गए हैं. पिछले पांच सालों की बात करें तो नाबालिग महिलाओं के साथ बलात्कार और अपराध का ग्राफ काफी बढ़ा है. इतना ही नहीं राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में महिलाओं को लेकर सबसे अधिक आपराधिक मामले दर्ज़ किए जा रहे हैं. साल 2021 में एक रिपोर्ट बताती है कि दिल्ली में हर दिन दो नाबालिग लड़कियों के साथ रेप की घटना हुई.