Kanjhawala Death: आम आदमी सौरभ भारद्वाज पार्टी के नेता ने सोमवार को कहा कि कंझावला-सुल्तानपुरी कांड में गिरफ्तार पांच आरोपियों में भाजपा नेता मनोज मित्तल भी शामिल हैं. भाजपा नेता की तस्वीर वाला एक बैनर स्थानीय पुलिस स्टेशन के बाहर लगा हुआ है जहां वह और उनके सहयोगी पुलिस हिरासत में हैं। पुलिस ने इस मामले तत्परता दिखाते हुए में पांच लोगों को गिरफ्तार किया है। भारद्वाज ने दावा किया कि लड़की के शरीर पर कपड़े नहीं थे। उसने कहा कि पुलिस को इस बात की जाँच करनी चाहिए कि उसके साथ दुष्कर्म हुआ या नहीं।
ये तस्वीर भाजपा से LG साहब और एलजी साहब से दिल्ली पुलिस की पूरी कहानी कह रह है ।
आरोपीयों की तस्वीर पहचानो । pic.twitter.com/RYLnjE21Gj
— Saurabh Bharadwaj (@Saurabh_MLAgk) January 2, 2023
वहीं, इस मामले में बीजेपी नेता हरीश खुराना ने कहा कि पुलिस ने आरोपी को पहले ही गिरफ्तार कर लिया है और दोषियों को सख्त से सख्त सजा मिलनी चाहिए, भले ही वह किसी भी पार्टी से जुड़े हों.
• मामले को रफा-दफा करने की कोशिश कर रहे डीएसपी : भारद्वाज
भारद्वाज ने सोमवार को एक वीडियो भी जारी किया जिसमें उन्होंने कहा कि पुलिस मामले को दबाने की कोशिश कर रही है क्योंकि दोषियों में से एक भाजपा का सदस्य है। डीसीपी कार में म्यूजिक तेज होने की बात कहकर मामले को शांत करने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए अपराधियों को पता नहीं चला कि लड़की कार में फंसी हुई है। भारद्वाज ने कहा कि ऐसा कैसे हो सकता है कि जब बच्ची की लाश मिली तो उस पर कपड़े नहीं थे? इसकी तफ्तीश करने की जरूरत है।
पुलिस बाद में घटनास्थल का निरीक्षण करने पहुंची थी. लड़की का शव बीच रोड पर पड़ा था जिसपर एक भी कपड़ा नहीं था. रोड पर घसीटने के कारण उसके पैर भी गायब हो गए थे. फिलहाल पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. शव को एसजीएम अस्पताल मंगोलपुरी भेजा गया है.
रात्रि गश्त के दौरान सुल्तानपुरी इलाके में एसएचओ ने स्कूटी को दुर्घटनाग्रस्त हालत में देखा था. उन्होंने इसकी जानकारी थाने में 3.53 बजे दी. स्कूटी नंबर की जांच के बाद लड़की के बारे में पता चला. पुलिस का कहना है कि लड़की कार के पहियों में फंस गई थी और वह दूर तक घसीटती चली गई.
जांच करने के बाद पुलिस के हाथों कार सवार पांच लड़के लगे. उनकी करा को भी जब्त कर लिया गया है. लड़को का भी मेडिकल करवाया जाएगा। फिलहाल पुलिस ये पता लगाने की कोशिश कर रही है कि लड़कों ने शराब पि थी या नहीं.
दिल्ली आउटर के डीसीपी हरेंद्र के सिंह का कहना है कि पुलिस ने दर्ज कार नंबर के आधार पर आरोपियों को पकड़ा है. जांच के दौरान आरोपियों को पुलिस को बताया कि वे इस बात से बिल्कुल अनजान थे कि लड़की उनकी गाड़ी में फंस गई है और उनकी कार में स्कूटी समेत लड़की फंस गई है और सड़क पर कई किलोमीटर तक घसीटकर ले आए हैं. बता दें, आरोपियों को 3 दिन की हिरासत में रखा गया है. दूसरी ओर तीन डॉक्टरों की टीम पोस्टमार्टम करेगी.
पुलिस का दावा है कि दिल्ली पुलिस की पेट्रोलिंग पार्टी ने पहले स्कूटी देखी थी. लेकिन मौके पर पीड़िता नहीं मिली थी लें मामले को लेकर दिल्ली पुलिस पर भी कई आरोप हैं. जहां दिल्ली पुलिस पर आरोप है कि पीसीआर वैन में मौजूद पुलिस होश में नहीं थी. पुलिस ने घटना को लेकर चश्मदीद की बात भी नहीं सुनी. चश्मदीद दीपक का कहना है कि शव जब तक कार में फंसा रहा, तब तक लड़के कार को इधर-उधर दौड़ाते रहे. जैसे ही शव गिर गया तो वे उसे छोड़कर फरार हो गए. वहीं रात्रि गश्त के दौरान स्कूटी को दुर्घटनाग्रस्त हालत में देखा था और इसकी जानकारी थाने में 3.53 बजे दी थी