श्रीनगर, अलगाववादी नेता यासीन मलिक को दिल्ली की एनआईए कोर्ट से सजा सुनाए जाने से ठीक पहले घाटी का माहौल बदल गया है, घाटी में माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है. यहां श्रीनगर के मैसूमा इलाके में यासीन मलिक के समर्थकों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प हो गई. इससे पहले पुलिस ने […]
श्रीनगर, अलगाववादी नेता यासीन मलिक को दिल्ली की एनआईए कोर्ट से सजा सुनाए जाने से ठीक पहले घाटी का माहौल बदल गया है, घाटी में माहौल खराब करने की कोशिश की जा रही है. यहां श्रीनगर के मैसूमा इलाके में यासीन मलिक के समर्थकों और सुरक्षाबलों के बीच झड़प हो गई. इससे पहले पुलिस ने यासीन के घर के बाहर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी थी और वहां ड्रोन से निगरानी रखी जा रही थी.
जम्मू कश्मीर प्रशासन पहले से ही मलिक की सज़ा के फैसले के मद्देनजर अलर्ट पर था, मगर बुधवार को यासीन समर्थक सीधे पुलिस से भिड़ ही गए.
यासीन मलिक के वकील के मुताबिक मलिक के पास 11 कनाल यानी तकरीबन 5564 वर्ग मीटर जमीन है, जो उनकी पुश्तैनी ज़मीन बताई जा रही है. इससे पहले गुरुवार को कोर्ट ने टेरर फंडिंग मामले में मलिक को दोषी ठहराया था. यासीन मलिक ने सुनवाई के दौरान कबूल भी किया था कि वह कश्मीर में आतंकी गतिविधियों में शामिल था.
बता दें कि इससे पहले 19 मई को एनआईए अदालत के विशेष न्यायाधीश प्रवीण सिंह ने मलिक को गैरकानूनी गतिविधि रोकथाम अधिनियम (यूएपीए) के तहत दोषी ठहराया था. 10 मई को मलिक ने खुद अदालत में स्वीकार किया था कि वो खुद पर लगाए आरोपों का सामना नहीं करना चाहता है। बताया जा रहा है कि उसने अपना जुर्म भी खुद कबूल लिया था, फिलहाल मलिक इस वक्त दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद है.
बता दें कि टेरर फंडिंग मामले पर सुनवाई करते हुए 19 मई को कोर्ट ने एनआईए को कहा कि वो यासीन मलिक की आर्थिक स्थिति के बारे में पता करे. कोर्ट ने साथ में यासीन मलिक को भी अपनी संपत्ति के बारे में एफिडेविट देने को कहा था.
टैक्सास शूटिंग: राष्ट्रपति बाइडेन का देश के नाम संबोधन, कहा- बंदूकों की लॉबी के खिलाफ कब खड़े होंगे?