नई दिल्ली: केरल में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। जहां तिरुवनंतपुरम के एक सरकारी कॉलेज में सात सीनियर्स छात्रों ने एक फर्स्ट ईयर छात्र के साथ खौफनाक हरकत की। बताया जा रहा है कि आरोपी छात्रों ने फर्स्ट ईयर के छात्र के साथ रैगिंग की और एक घंटे तक मारपीट की और उसे थूका हुआ पानी पिलाने की कोशिश भी की। इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कॉलज प्रशासन ने सभी आरोपी छात्रों को सस्पेंड कर दिया है।
जानकारी के अनुसार यह पूरा मामला तिरुवनंतपुरम के करियावट्टोम गर्वमेंट कॉलेज का बताया जा रहा है। इसी कॉलेज की एंटी रैगिंग सेल द्वारा तैयार की गई रिपोर्ट के आधार पर यह पूरा मामला क्रमबद्ध तरीके से सामने आया है। रिपोर्ट के बाद ही सातों सीनियर को सस्पेंड करने का फैसला लिया गया। बता दें कि ये सभी सात स्टूडेंट केरल की सत्ताधारी पार्टी ‘मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी’ के स्टूडेंट विंग ‘स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया’ के हैं। बता दें कि 11 फरवरी को किसी बात को लेकर सीनियर्स और जूनियर्स के बीच झगड़ा हुआ था। इस झगड़े में फर्स्ट ईयर स्टूडेंट घायल हुआ था लिहाजा उसने सीनियर्स के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज करा दी।
इस बात से नाराज होकर सीनियर्स फर्स्ट ईयर स्टूडेंट के होस्टल में घुसे और उसे खोजा जब वह नहीं मिला तो वे उसके साथ वाले एक अन्य छात्र को अपने साथ ले गए। वह छात्र को SFI के एक्टिविटी रूम में ले गए और उसे घुटनों के बल बैठाकर पीटा। इतना ही नहीं आरोपी छात्रों ने उसके साथ करीब एक घंटे तक मारपीट की। पीड़ित ने यह भी बताया कि उसने जब पीने के लिए पानी मांगा तो उसे थूककर पानी दिया गया। जब उसने यह पानी पीने से मना किया तो उसे और पीटा गया।
यह मामला पुलिस को हैंडल करने से पहले कॉलेज की एंटी रैगिंग सेल ने शिकायत की पूरी जांच की। उन्होंने कॉलेज और होस्टल में लगे सीसीटीवी फुटेज भी चेक किए। जब उन्हें स्पष्ट तौर पर रैगिंग का मामला नजर आया तभी उन्होंने सीनियर्स को सस्पेंड करने का एक्शन लिया। पुलिस ने इस मामले में रैगिंग रोकथाम अधिनियम और भारतीय न्याय संहिता के मुताबिक कई अलग-अलग धाराओं में मामला दर्ज किया है।
Also Read…