नई दिल्ली, कनाडा में रहने वाले गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर की है. इस पोस्ट में गोल्डी ने पंजाब में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए मनप्रीत और जगरूप को बब्बर शेर बताया है, साथ ही कहा है कि दोनों ने उसके लिए काफी कुछ किया है और अब दोनों के परिवार […]
नई दिल्ली, कनाडा में रहने वाले गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने फेसबुक पर एक पोस्ट शेयर की है. इस पोस्ट में गोल्डी ने पंजाब में पुलिस एनकाउंटर में मारे गए मनप्रीत और जगरूप को बब्बर शेर बताया है, साथ ही कहा है कि दोनों ने उसके लिए काफी कुछ किया है और अब दोनों के परिवार के साथ गोल्डी बराड़ हमेशा खड़ा रहेगा.
कनाडा में रहने वाले गैंगस्टर गोल्डी बराड़ ने अपने फेसबुक पोस्ट में लिखा कि बुधवार को पंजाब पुलिस से एनकाउंटर में मारे गए दोनों शार्प शूटर मनप्रीत सिंह मन्ना और जगरूप सिंह रूपा को पुलिस ने आत्मसमर्पण करने के लिए कहा था. इंटरपोल की ओर से रेड कॉर्नर नोटिस जारी किए गए गोल्डी बराड़ ने यह भी दावा किया है कि मारे गए शार्प शूटरों के परिवार को उसकी ओर से मुआवजा भी दिया जा रहा है और आगे भी वह उनके परिवार की मदद करेगा.
सोशल मीडिया पोस्ट में गोल्डी बराड़ की ओर से कहा गया है कि शार्प शूटर अंकित को पैसे नहीं दिए जाने का आरोप और मेरे द्वारा फोन नहीं उठाए जाने के आरोप पूरी तरह से निराधार हैं. मनप्रीत सिंह मन्नू और जगरूप सिंह रूपा को बहादुर बताते हुए गोल्डी बराड़ ने कहा कि अंकित को भी उसी हिसाब से मुआवजा दिया गया है जिस हिसाब से मन्नू और रूपा को दिया जा रहा है.
गोल्डी बराड़ ने सोशल मीडिया पोस्ट में आगे लिखा कि जगरूप और मनप्रीत दोनों बब्बर शेर थे. उन दोनों ने उसके लिए काफी कुछ किया है और अब वो भी हमेशा उनके एहसानमंद रहेगा. बराड़ ने लिखा है कि दोनों परिवार के लिए वह हमेशा खड़ा रहेगा और उनकी मदद करेगा.
गोल्डी ने लिखा कि जिसने मनप्रीत और जगरूप से मेरी मुलाकात करवाई थी, उसे भी तहे दिल से धन्यवाद देता हूं. उसने कहा कि एनकाउंटर वाले दिन जब पुलिस ने मनप्रीत और जगरूप के घेर लिया था तब जगरूप का मेरे पास फोन आया था और उसने बताया था कि पुलिस ने हमलोगों को घेर लिया है और सरेंडर के लिए कहा जा रहा है लेकिन हम सरेंडर नहीं करेंगे. इसके बाद मैंने उसे कहा कि तुमलोग सरेंडर कर दो मैं तुमलोगों को जेल से बाहर निकलवा दूंगा.
बराड़ ने लिखा कि मनप्रीत और जगरूप ने उसकी बात नहीं मानी और उससे कहा कि उन्हें आखिरी परफॉर्मेंस दिखाने दे. फिर छह घंटे तक दोनों पुलिस का मुकाबला करते रहे. बराड़ ने आगे लिखा कि, जिन लोगों का कहना है कि सिद्धू मूसेवाला को आठ लोगों ने मारा, मैं उन लोगों को बता देना चाहता हूं कि वहां आठ लोग थे लेकिन एनकाउंटर वाले दिन 1000 से ज्यादा पुलिसवालों ने मनप्रीत और जगरूप को घेर लिया था लेकिन फिर भी दोनों ने पुलिस का डटकर मुकाबला किया.
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