नई दिल्ली: बाहरी उत्तरी जिला साइबर सेल ने एक फर्जी कॉल सेंटर की आड़ में ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. आरोप है कि आरोपी फर्जी कॉल सेंटर की आड़ में लोगों को जिगोलो का काम दिलाने का झांसा देकर ठगी करते थे. ठगी का ये गिरोह रोहिणी इलाके में एक कॉल सेंटर […]
नई दिल्ली: बाहरी उत्तरी जिला साइबर सेल ने एक फर्जी कॉल सेंटर की आड़ में ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. आरोप है कि आरोपी फर्जी कॉल सेंटर की आड़ में लोगों को जिगोलो का काम दिलाने का झांसा देकर ठगी करते थे. ठगी का ये गिरोह रोहिणी इलाके में एक कॉल सेंटर के जरिए चलाया जा रहा था. इस मामले में पुलिस ने सिंडिकेट के सरगना को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि इस फर्जी कॉल सेंटर में टेली कॉलर के तौर पर काम कर रही आठ युवतियों के खिलाफ भी कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
इस मामले का सरगना दिल्ली विश्वविद्यालय से पढ़ा हुआ है और वह कई सारे कॉल सेंटर में काम कर चुका है। शुरूआती जांच में पचास से अधिक लोगों से ठगी की बात का खुलासा हुआ है।
DCP बृजेंद्र सिंह ने बताया कि कॉल सेंटर से 12 मोबाइल फोन, एक एंड्रॉइड फोन, लेन-देन का हिसाब रखने के लिए इस्तेमाल 16 नोटबुक, कर्मचारियों की उपस्थिति वाला रजिस्टर और यौन शक्ति बढ़ाने वाली गोलियों की 05 बोतलें व स्प्रे की 05 बोतलें बरामद की गई है। इसके अलावा पुलिस ने रुपये की लेन-देन में इस्तेमाल पेटीएम खाते को फ्रीज किया है।
कॉल सेंटर में काम करने वाली युवतियां किसी भी नंबर पर फोन करती थी। फोन पर बात करने वाले युवकों को यौन शक्ति बढ़ाने की दवा लेने के लिए कहती थी। यदि फोन पर बात करने वाले युवक दावा करता था कि उसकी यौन शक्ति ठीक है तब युवतियां उन्हें जिगोलो सर्विस में शामिल होने के लिए अच्छा पैसों का लालच देती थी। ये गिरोह इच्छुक लोगों से बुकिंग, रजिस्ट्रेशन और एडवांस के नाम पर ठगी करते थे। ऐसे लोगों के लिए पीच शब्द का इस्तेमाल करते थे। पुलिस ने इस मामले में बताया कि कॉल करने वाली युवतियां 50 से सौ नंबरों पर फोन कर 10 से 12 लोगों को जिगोलो बनने के लिए राजी कर लेते थे।
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