ठाणे: मुंबई से सटे ठाणे के मीरा रोड इलाके में हुई हत्या ने श्रद्धा मर्डर केस की याद दिला दी. यहां भी ठीक उसी तरह बेरहमी से लिव इन पार्टनर के शव को बेरहमी से काटा गया, उसके टुकड़ों को ठिकाने लगाने के लिए कुकर का इस्तेमाल किया गया और यहां तक की उसे कुत्तों […]
ठाणे: मुंबई से सटे ठाणे के मीरा रोड इलाके में हुई हत्या ने श्रद्धा मर्डर केस की याद दिला दी. यहां भी ठीक उसी तरह बेरहमी से लिव इन पार्टनर के शव को बेरहमी से काटा गया, उसके टुकड़ों को ठिकाने लगाने के लिए कुकर का इस्तेमाल किया गया और यहां तक की उसे कुत्तों को भी खिलाया गया. हत्यारोपी मनोज साने को पुलिस कस्टडी में भेज दिया गया है जहां पुलिस उससे 16 जून तक पूछताछ करेगी. इस पूछताछ के दौरान पहले ही कई हैरान कर देने वाले खुलासे हो रहे हैं.
हत्यारोपी मनोज साने के अनुसार उसने सरस्वती को कभी टच तक नहीं किया था. वह उसे मामा कहकर बुलाती थी. उसका दावा है कि सरस्वती ने आत्महत्या की थी जिससे घबराकर उसने सरस्वती के शव के कई टुकड़े कर उसे ठिकाने लगाने का फैसला लिया. हत्यारोपी मनोज ने सरस्वती के शव को कुकर में उबालकर उसे मिक्सर में पीसा। वह तीन-चार दिनों से सबूत मिटाने के लिए सरस्वती के शव के टुकड़े कुत्तों को भी खिला रहा था. मनोज का हर एक कदम अब उसे खूंखार शख्स के रूप में सामने ला रहा है
56 साल का हत्यारोपी मनोज अपने आप में रहा करता था. यह किसी से अधिक बातचीत नहीं किया करता था. नौ साल पहले वह सरस्वती से मिला था जो अनाथ थी. 2014 में दोनों लिव इन रिलेशनशिप में आए. बताया जा रहा है कि मनोज के पास किसी चीज़ की कोई कमी नहीं थी लेकिन वह फिर भी किराए के मकान में रहता था. वह छोटी-मोटी नौकरी भी किया करता था हालांकि वह इसके लिए मजबूर नहीं था. मनोज पांच हजार की नौकरी कर रहा था. ऐसे में उसकी शख्सियत और भी रहस्यमयी बनी हुई है. पिछले 3 साल से वह इस फ़्लैट में रह रहा था जहां से सरस्वती का शव बरामद किया गया है.
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