नई दिल्ली: दिल्ली से गौतस्करी के जुड़ा मामला सामने आ रहा है। यहाँ पर एक मीट सप्लायर ने दिल्ली पुलिस पर बेहद संगीन इल्ज़ाम लगाए हैं। उनका कहना है कि गोकशी का झूठा आरोप लगाकर उन्हें और उनके भाई को पीटा गया और एक अपरिचित अपार्टमेंट में ले जाया गया। इसके बाद पुलिस वालों ने […]
नई दिल्ली: दिल्ली से गौतस्करी के जुड़ा मामला सामने आ रहा है। यहाँ पर एक मीट सप्लायर ने दिल्ली पुलिस पर बेहद संगीन इल्ज़ाम लगाए हैं। उनका कहना है कि गोकशी का झूठा आरोप लगाकर उन्हें और उनके भाई को पीटा गया और एक अपरिचित अपार्टमेंट में ले जाया गया। इसके बाद पुलिस वालों ने उसके चेहरे पर पेशाब कर दिया। इतना ही नहीं उस पर 25 हजार रुपए लूटने का भी आरोप लगाया है। पीड़ित ने यह भी कहा कि रिपोर्ट करने पर उसे धमकी भी दी गई। हालाँकि मामले का खुलासा होने के बाद आनंद विहार थाने की पुलिस ने FIR दर्ज करते हुए तीन पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया।
मिली जानकारी के मुताबिक, मामला आनंद विहार थाना क्षेत्र का है। इधर मुस्तफाबाद निवासी पीड़ित मोहम्मद नवाब ने अपनी शिकायत में कहा है कि जब वह बूचड़खाने से मंस लाता है तो उसे दुकानों पर सप्लाई करता है। होली से एक दिन पहले 7 मार्च को वह गाजीपुर बूचड़खाने से अपनी सैंट्रो कार में मीट लेकर मुस्तफाबाद लौट रहा था। उस वक्त नवाब के साथ उनके दूर के रिश्तेदार मोहम्मद शोएब मौजूद था। आनंद को निकेतन में एक लाल बत्ती पर रोका गया, जब एक स्कूटर आया और उनकी सैंट्रो कार से टकरा गया।
नवाब के मुताबिक स्कूटर चालक ने 4 हजार रुपये की माँग की। तभी RCP वहाँ पहुँची और RCP के लोगों ने जबरन उसके बैग से दो हजार 500 रुपए निकालकर साइकिल सवार को दे दिए। स्कूटी चालक वहाँ से चला गया। आरोप है कि PCR पर तैनात दरोगा और SSI ने उससे 15 हजार रुपए माँगने लगे। नहीं देने पर थाने ले जाने की धमकी देने लगे। यह भी दावा किया जा रहा है कि तभी पुलिसकर्मी ने किसी को फोन किया और 4 लोग आ गए। उन्होंने कहा कि ये लोग NGT के हैं। नवाब का कहना है कि इसके बाद उन्हें किसी अज्ञात फ्लैट पर ले जाया गया।
बताया गया कि मोहम्मद नवाब और उनके भाई पर हमला करने का आरोप है। इससे भी उसका दिल नहीं पसीजा तो उसने मुँह पर पेशाब कर दिया। धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने वाले शब्दों का इस्तेमाल किया गया है। गोहत्या का झूठा इल्ज़ाम लगा कर 25,500 रुपये जबरन लूट लिए गए। इसके बाद उन्होंने उसके पिता को बुलाकर एक कोरे कागज पर हस्ताक्षर करवाए। फिर उन्होंने हमें एक क्लिनिक में इंजेक्शन लगाया।
तीन पुलिसकर्मी निलंबित
आपको बता दें, अगले दिन हम अस्पताल गए और वहाँ से पीसीआर को कॉल किया। पुलिस ने आकर हमसे निपटा लेकिन हमारी शिकायत दर्ज नहीं की। नवाब के मुताबिक, उन्होंने शिकायत वापस लेने की धमकी भी दी। नवाब की शिकायत के बाद, दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज किया और तीन पुलिस अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया।