नई दिल्ली: अब वाट्सएप के माध्यम से साइबर ठगों द्वारा एपीके फाइल भेजकर निजी सुरक्षा मे सेंध लगाई जा रही है। साइबर ठगी की घटनाओं को एपीके फाइल डाउनलोड करने वाले उपयोगकर्ता का मोबाइल हैक कर अंजाम दिया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल का कहना है कि आधार अपडेट शादी का निमंत्रण अथवा […]
नई दिल्ली: अब वाट्सएप के माध्यम से साइबर ठगों द्वारा एपीके फाइल भेजकर निजी सुरक्षा मे सेंध लगाई जा रही है। साइबर ठगी की घटनाओं को एपीके फाइल डाउनलोड करने वाले उपयोगकर्ता का मोबाइल हैक कर अंजाम दिया जा रहा है। पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल का कहना है कि आधार अपडेट शादी का निमंत्रण अथवा किसी योजना के नाम पर या फिर वाट्सएप पर बैंक के जरिए साइबर ठगों द्वारा एपीके फाइल का लिंक भेजा जा रहा है। जैसे ही लोग इस फाइल को डाउनलोड करते हैं तो उनका मोबाइल हैक हो जाता है। इसके बाद ठग फोन के कैमरा माइक्रोफोन जीपीएस मैसेज और ओटीपी तक बड़ी ही आसानी से पहुंच जाते हैं।
साइबर ठग नागरिकों को डिजिटल अरेस्ट जैसी फर्जी प्रक्रियाओं के जरिए अपने जाल में फंसाते हैं और फिर ठगी की घटनाओं को अंजाम देते हैं। उनसे बचाव और साइबर ठगी के तरीकों पर आम नागरिकों को सतर्क रहने के साथ-साथ पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल ने साइबर ठगी से बचने के विभिन्न सुरक्षात्मक उपाय पर जानकारी साझा की है। इस मामले में पुलिस अधीक्षक योगेश पटेल का कहना है कि साइबर ठगों द्वारा लोगों को वाट्सएप पर शादी का निमंत्रण या फिर किसी नई योजना का झांसा देकर एपीके फाइल का लिंक भेजते हैं। ऐसे फाइल वाट्सएप पर साइबर ठगों द्वारा किसी अज्ञात नंबर अथवा ग्रुप में इन एप को भेजा जा रहा है।
जानकारी के अनुसार ठगों जिस एपीके फाइल को भेजते हैं, उसको डाउनलोड के बाद आपका मोबाइल हैक हो जाता है। जिसके बाद ठग आपको फोन पर पूरा एक्सेस कर लेते हैं। इससे ठग आपकी निजी जानकारियां जैसे कि ओटीपी, बैंक डिटेल्स या पासवर्ड आदि निजी जानकारियां आसानी से प्राप्त कर सकते है। एपीके फ़ाइल,लिंक के माध्यम से सबसे पहले ठग वाटसएप को हैक करते हैं। जब वाट्सएप हैक हो जाता है तो यह फाइल ठग आपके द्वारा जुड़े सभी ग्रुप्स में भेजते हैं। इसके बाद ठगों द्वारा एक चैन बनती है और ज्यादा से ज्यादा लोगों इसका शिकार होते चले जाते हैं। यदि आपके वाटसएप या किसी अंजान ग्रुप में बैंक या आधार अपडेट के नाम पर कोई एपीके फाइल आती है, तो उसे भूलकर भी डाउनलोड न करें। ऐसा करने पर साइबर ठग आपकी सारी निजी जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
– फोन में आटोमेटिक डाउनलोड का विकल्प बंद कर दें
– फोन पर यदि कोई लिंक आता तो उसको भूलकर भी न खोलें।
– फोन पर वाटसएप है तो उसमें हमेशा टू- स्टेप वेरिफिकेशन लगाकर रखें।
– अगर आपने गलती से किसी लिंक पर टच कर दिया है तो, तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें।
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