Physical and Sexual Violence Against Women: हमारे देश भारत में महिलाओं के साथ हिंसा, यौन शोषण, शारीरिक शोषण व मारपीट के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. यही नहीं, आए दिन ऐसे मामले सामने निकल कर आते हैं जिनमें महिलाए अपने किसी परिवार के सदस्य या फिर अपने पति द्वारा ऐसी हिंसा का शिकार बनती है. […]
Physical and Sexual Violence Against Women: हमारे देश भारत में महिलाओं के साथ हिंसा, यौन शोषण, शारीरिक शोषण व मारपीट के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. यही नहीं, आए दिन ऐसे मामले सामने निकल कर आते हैं जिनमें महिलाए अपने किसी परिवार के सदस्य या फिर अपने पति द्वारा ऐसी हिंसा का शिकार बनती है. इस मामले में हाल ही में States Of India ने कुछ आंकड़े जारी किये गए हैं. यह आंकड़े वाकई हैरान कर देने वाले हैं.
जानकारी के लिए बता दें, महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामले में देश का कर्नाटक राज्य सबसे आगे हैं. गौरतलब है कि कर्नाटक में साक्षरता दर 75.60 प्रतिशत है. बावजूद इसके इस राज्य में महिलाओं के खिलाफ हिंसा के मामले सबसे तेज है. आपको बता दें, भारत देश में हर तीन में से एक महिला का पति उसके साथ हिंसा व अन्य उत्पीड़न करता है. रिपोर्ट्स की मानें तो, देश में करीब 18 से 49 साल की 30 प्रतिशत महिलाओं को शारीरिक हिंसा से जूझना पड़ता है. आइये आपको रिपोर्ट दिखाते हैं.
आपको बता दें, सर्वे रिपोर्ट के मुताबिक करीबन 70फीसदी शराबी पति अपनी बीवियों के साथ यौन हिंसा करते हैं. कर्नाटक समेत बिहार, मणिपुर, तमिलनाडु और तेलंगाना देश के ऐसे टॉप 5 राज्य हैं जहां पर महिलाओं के साथ सबसे ज्यादा शारीरिक, मानसिक और यौन हिंसा अंजाम दी जाती है.
• कर्नाटक- 44 फीसद
• बिहार- 40 फीसद
• मणिपुर- 40 फीसद
• तमिलनाडु- 38 फीसद
• तेलंगाना- 37 फीसद
• उत्तर प्रदेश- 35 फीसद
इसके साथ ही आपको बता दें, लक्ष्यद्वीप, नगालैंड, हिमाचल प्रदेश, गोवा और जम्मू-कश्मीर ऐसे राज्य है जहाँ पर महिलाओं के साथ कम शारीरिक, मानसिक और यौन हिंसा की जाती है. साथ ही आपको बता दें. शहर व गांव की तुलना में ग्रामीण महिलाएं ज्यादा हिंसा का सामना करती है. यही नहीं, करीबन 77 प्रतिशत महिलाएं ऐसी हैं जो इस तरह की शारीरिक या यौन हिंसा का अनुभव करने के बाद भी किसी से कुछ नहीं कहती है और न ही मदद की गुहार मांगती है.