प्रयागराज: यूपी के बाहुबली और माफिया डॉन से चर्चित अतीक अहमद वो नाम था जिससे हर कोई खौफ खाता था। खैर… अब अतीक का अंत हो चुका है। सरेआम अतीक और अशरफ पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई गई थी। इसके बाद तीनों आरोपियों ने अपने आप को पुलिस के हवाले कर दिया था। फिलहाल तीनों आरोपियों […]
प्रयागराज: यूपी के बाहुबली और माफिया डॉन से चर्चित अतीक अहमद वो नाम था जिससे हर कोई खौफ खाता था। खैर… अब अतीक का अंत हो चुका है। सरेआम अतीक और अशरफ पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाई गई थी। इसके बाद तीनों आरोपियों ने अपने आप को पुलिस के हवाले कर दिया था। फिलहाल तीनों आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। आपको बता दें आज SIT की टीम ने अतीक-अशरफ शूटआउट मामले में क्राइम सीन को रिक्रिएट भी किया। साथ ही इस शूटआउट की तह तक जाने के लिए SIT (Special Investigation Team) ने दस सवालों का मसौदा तैयार कर लिया है। ऐसे में क्या है वो सवाल? आइए जानते हैं:
• पहला सवाल: अतीक और अशरफ की हत्या के समय अतीक को गोली मारने वाला पहला शूटर कितनी दूर था?
• दूसरा सवाल: जब अतीक और अशरफ पर गोलियां चलाई गईं तो पुलिसकर्मी किस पोजीशन में थे?
• तीसरा सवाल: तीनों शूटर मीडियाकर्मियों के साथ खड़े थे या अतीक और अशरफ के रुकने पर अचानक आ गए और फायरिंग कर दी?
• चौथा सवाल: जब शूटर्स ने सरेंडर किया तो उस वक्त किस टीम ने किस शूटर को अपने कब्जे में लिया।
• पांचवां सवाल: किस शूटर ने किसे, कितनी दूरी से और किस एंगल से गोली मारी।
• छठा सवाल- किन परिस्थितियों में शूटरों ने भागने या पुलिस को गोली मारने के बजाय आखिरकार खुद को सरेंडर कर दिया?
• सातवां सवाल- तीनों शूटरों के बीच कितनी दूरी थी? किसके पास क्या हथियार था और कितनी दूरी से फायरिंग कर रहे थे।
• आठवां सवाल: अस्पताल के मेन गेट के सामने जहां पुलिस की गाड़ी रोकी गई थी और जहां से अशरफ को पैदल आते वक्त गोली मारी गई थी, उसकी कितनी दूरी थी?
• नवां सवाल- अतीक अहमद और अशरफ की सुरक्षा में 19 पुलिसकर्मी तैनात थे, तो एक-एक पुलिसकर्मी कहां थे?
• दसवां सवाल- SIT आज के क्राइम सीन रिक्रिएशन और घटना के वीडियो फुटेज को देखेगी कि सीन रिक्रिएशन के दौरान पुलिस अफसरों के बयान और हकीकत में क्या फर्क है।
पुलिस पूछताछ में खुलासा हुआ कि अतीक के तीन शूटर्स में से एक लवलेश तिवारी भी था। लवलेश को सोशल मीडिया के जरिए मशहूर होने की जबरदस्त ख्वाहिश थी। वहीं तीनों हत्यारों में सनी सिंह को सबसे ज्यादा अपराधी माना जाता था। पुलिस ने कहा कि तीनों आरोपी पहली रात को अपने थ्योरी पर कायम रहे। पुलिस का मानना है कि आरोपी पुलिस को गुमराह भी कर रहे हैं। लवलेश तिवारी बार-बार दोहराता रहा कि उसने पैसा और शोहरत कमाने के लिए सनी सिंह और अरुण माफिया को मारा। लेकिन इस अपर पुलिस को शक है।
शूटर सन्नी सिंह ने दोहराया कि मेरा कोई आका (सरगना) नहीं है। मैं खुद डॉन हूं। जब पुलिस ने अरुण मौर्य से पूछा कि जिगाना जैसी खतरनाक और महंगी बंदूक किस दोस्त ने उसे दी है, तो जवाब था कि उसे नहीं पता था कि यह इतनी कीमती बंदूक है, वह इसे एक अच्छा हथियार मानता हैं। सनी सिंह पूछताछ के दौरान सुंदर भाटी से संपर्क करने की बात को कबूल किया है। सनी ने कहा कि सुंदर भाटी से संपर्क हमीरपुर जेल में बंद रहने के दौरान हुआ, लेकिन जेल बदलने के बाद फिर कभी उससे बात-चीत नहीं हुई।