नई दिल्ली: दिल्ली के श्रद्धा हत्याकांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था. इस हत्याकांड को लेकर अब तक कई खुलासे हो चुके हैं. हत्यारोपी आफताब अभी भी पुलिस की हिरासत में है. अब श्रद्धा हत्याकांड को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है जहां अब इस पूरे मामले की सुनवाई अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश (एएसजे) […]
नई दिल्ली: दिल्ली के श्रद्धा हत्याकांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया था. इस हत्याकांड को लेकर अब तक कई खुलासे हो चुके हैं. हत्यारोपी आफताब अभी भी पुलिस की हिरासत में है. अब श्रद्धा हत्याकांड को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है जहां अब इस पूरे मामले की सुनवाई अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश (एएसजे) को सौंप दी गई. है. अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश (एएसजे) मनीषा खुराना कक्कड़ के समक्ष अब इस मामले को सूचीबद्ध किया गया है. गौरतलब है कि हत्यारोपी पूनावाला के खिलाफ आरोपों पर दलीलें सुनने के लिए अदालत ने सात मार्च की तारीख तय की है.
इसी दिन आफताब ने इस संगीन वारदात को अंजाम दिया था. सुबह के समय श्रद्धा आफताब के पास पहुंची थी. श्रद्धा और आफताब के बीच इसी दिन झगड़ा हुआ था. लेकिन थोड़ी देर बाद दोनों शांत हो गए और फिर उन्होंने बाहर से खाना मंगवाया. श्रद्धा ने खाना खाने के बाद आफताब से वसई (मुंबई) जाने के लिए कहा था ताकि वो वहां किराये के मकान से अपना सामान लेकर वापस आ सके. इस दौरान आफताब ने तबीयत ठीक ना होने का बहाना कर वसई जाने से मना कर दिया था.
इसके बाद दोनों का झगड़ा फिर शुरु हो गया जिसके बाद आफताब ने गुस्से में आकर श्रद्धा को उठाकर जमीन पर पटका। इसके बाद हत्यारोपी ने उसके सीने पर बैठकर दोनों हाथों से उसका गला दबा दिया. इसके बाद आफताब ने श्रद्धा की लाश को ठिकाने लगाने का प्लैन बनाया.
चार्जशीट के अनुसार आफताब ने पहले लाश को एक बैग में डाला. वह इसे लेकर हिमाचल प्रदेश जाना चाहता था. इसलिए हत्यारोपी ने 1200 रुपये का बड़ा सा बैग भी खरीद कर लाया था.इसके अलावा उसने कुछ ट्रैवल एजेंट से बात भी की थी. लेकिन फिर जगह-जगह चेकिंग के डर से वह ये नहीं कर पाया. इसके बाद वह श्रद्धा की लाश को लेकर बाथरूम गया और वहाँ उसने लाश छुपा दी थी.
इसके बाद आफताब ने ऑनलाइन एक आरी और उस आरी के तीन ब्लेड खरीदे.सबसे पहले उसने इसी ब्लेड से श्रद्धा की दोनों हाथों की कलाइयां काटी. इस वजह से बाथरूम में काफी खून फ़ैल गया था. इसके बाद आफताब ने छतरपुर से ही कूड़े की थैली, एक चाकू और एक चॉपर खरीदा. 19 मई के दिन उसने चाकू को बैग में रखा और बैग को पीठ पर टांग कर घर लौटने की योजना बनाई.
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