पीलीभीत के फर्जी एनकाउंटर मामले में 43 दोषी पुलिसकर्मियों को उम्रकैद की सजा

उत्तर प्रदेश: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने साल 1991 के फर्जी एनकाउंटर मामले में बड़ा फैसला सुनाया है. कोर्ट ने 43 पुलिसकर्मियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है. जानकारी के लिए बता दें, 12 जुलाई 1991 को कुछ सिख तीर्थयात्री पीलीभीत से एक बस से तीर्थयात्रा पर निकले थे. इस बस में बच्चे और महिलाएं समेत कुल […]

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पीलीभीत के फर्जी एनकाउंटर मामले में 43 दोषी पुलिसकर्मियों को उम्रकैद की सजा

Amisha Singh

  • December 15, 2022 8:57 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

उत्तर प्रदेश: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने साल 1991 के फर्जी एनकाउंटर मामले में बड़ा फैसला सुनाया है. कोर्ट ने 43 पुलिसकर्मियों को उम्रकैद की सजा सुनाई है. जानकारी के लिए बता दें, 12 जुलाई 1991 को कुछ सिख तीर्थयात्री पीलीभीत से एक बस से तीर्थयात्रा पर निकले थे. इस बस में बच्चे और महिलाएं समेत कुल 25 सिख यात्रियों का जत्था लौट रहा था। कुछ पुलिस वालों ने पीलीभीत के कछाला घाट के पास इस बस को रुकवा लिया और इसमें से 11 लोगों को उतार कर अपनी नीली बस में बैठा लिया था. जिसके बाद इनमें से कुल 10 लोगों की मुठभेड़ दिखाकर हत्या कर दी गई और बाद में इनके शव भी बरामद हुए लेकिन 11वां शख्स शाहजहांपुर का तलविंदर सिंह था जिसका आज तक कुछ पता नहीं चला।

पुलिस ने तीन मामले दर्ज किए थे

पुलिस ने इस मामले में पूरनपुर, न्यूरिया और बिलसंडा के पुलिस स्टेशनों में तीन अलग -अलग मामले दर्ज किए थे। जिसके बाद पुलिस ने इन मामलों में एक अंतिम रिपोर्ट भी पेश की थी। सुप्रीम कोर्ट में एक वकील ने मामले को लेकर जनहित याचिका दाखिल की थी।

सुनवाई के बाद, सुप्रीम कोर्ट ने 15 मई, 1992 को मामले में सीबीआई जाँच के आदेश दिए थे. सीबीआई ने तफ्तीश के आधार पर 57 पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ सुबूत पेश किए थे। अदालत ने मामले में 47 पुलिसकर्मियों को दोषी करार दिया था और सभी आरोपियों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी. जबकि जबकि 10 की मौत हो गई थी.

 

सीबीआई ने 178 गवाह बनाए

सीबीआई ने अपनी तफ्तीश के आधार पर 178 गवाह बनाए। पुलिसकर्मियों के कारतूस, हथियार समेत कुल 101 सुबूत तलाशे गए थे। जानकरी के लिए बता दें, इन लोगों की इन बस से उतारकर हत्या की गई थी.

 

• लखविंदर सिंह उर्फ लाखा के पिता गुरमेज सिंह, पीलीभीत
• नरिंदर सिंह उर्फ निंदर के पिता दर्शन सिंह, पीलीभीत
• रनधीर सिंह उर्फ धीरा के पिता सुंदर सिंह, गुरदासपुर
• हरमिंदर सिंह उर्फ मिंटा के पिता अजायब सिंह, गुरदासपुर
• जसवंत सिंह उर्फ जस्सा के पिता बसंत सिंह, गुरदासपुर
• बलजीत सिंह उर्फ पप्पू के पिता बसंत सिंह, गुरदासपुर
• सुरजनसिंह उर्फ बिट्टो के पिता करनैल सिंह, गुरदासपुर
• मुखविंदर सिंह उर्फ मुखा के पिता संतोख सिंह, बटाला
• करतार सिंह के पिता अजायब सिंह, बटाला
• जसवंत सिंह उर्फ फौजी के पिता अजायब सिंह, बटाला
• तलविंदर सिंह के पिता मलकैत शाहजहांपुर (गुमशुदा)

 

 

 

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