नई दिल्ली: कोरोना का नया सब-वैरिएंट JN.1 दुनिया में तेजी से पांव पसार रहा है. यह अब तक 40 से अधिक देशों में फैल चुका है. वहीं, भारत में अब तक इसके 21 मामले सामने आ चुके हैं. तेजी से फैलते कोरोना के इस नए सब-वैरिएंट को लेकर केंद्र सरकार ने राज्यों को एडवाइजरी जारी […]
नई दिल्ली: कोरोना का नया सब-वैरिएंट JN.1 दुनिया में तेजी से पांव पसार रहा है. यह अब तक 40 से अधिक देशों में फैल चुका है. वहीं, भारत में अब तक इसके 21 मामले सामने आ चुके हैं. तेजी से फैलते कोरोना के इस नए सब-वैरिएंट को लेकर केंद्र सरकार ने राज्यों को एडवाइजरी जारी कर दी है. केंद्र ने राज्यों से कहा है कि सभी जिलों में कोविड टेस्ट कराया जाए. इसके बाद पॉजिटिव सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए लैब भेजा जाए. इसके साथ ही मॉक ड्रिल कर समय-समय पर तैयारियों का जायजा लिया जाए.
नए सब-वैरिएंट को लेकर राज्यों की बात करें तो दक्षिण भारतीय राज्यों में इसका ज्यादा प्रभाव देखने को मिल रहा है. गोवा में JN.1 के सबसे ज्यादा 19 मामले सामने आए हैं. वहीं, केरल और महाराष्ट्र में 1-1 मामला सामने आया है. कोविड-19 के नए वैरिएंट JN.1 के मामले बढ़ने के कारण कर्नाटक और तमिलनाडु में भी एडवाइजरी जारी की गई है.
बता दें कि केंद्र सरकार द्वारा राज्यों को दिए गए निर्देश में कहा गया है कि अभी ज्यादा घबराने या तुरंत प्रतिबंध लगाकर सीमा पर निगरानी बढ़ाने की आवश्यकता नहीं है. हालांकि, केरल और तमिलनाडु से लगे हुए सीमावर्ती जिलों को सतर्कता बरतनी होगी. इसके साथ ही क्रिसमस और नए साल के जश्न के दौरान लोगों को सावधानी बरतने का निर्देश दिया या है.
आईसीएमआर के महानिदेशक डॉ. राजीव बहल ने बताया कि 8 दिसंबर को केरल के तिरुवनंतपुरम में सबसे पहला JN.1 वैरिएंट का मामला सामने आया था. एक 79 वर्षीय महिला की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. हालांकि, बाद में वह पूरी तरह ठीक हो गई. वहीं विश्व की बात करें तो कोविड के सब-वैरिएंट JN.1 की पहला मामला यूरोपीय देश लक्जमबर्ग में सामने आया था. यहीं से इसने तमाम देशों में पांव पसारना शुरू किया.