प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भारत अगली पीढ़ी के बुनियादी ढांचे में निवेश को बढ़ावा दे रहा है. तीन दिवसीय चीन यात्रा के दूसरे दिन यहां शिन्हुआ युनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, "अगली पीढ़ी के बुनियादी ढांचे से संबंधित निवेश में हम बढ़ोतरी कर रहे हैं." अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत तथा चीन आपस में प्राचीन सभ्यताओं से जुड़े हैं.
बीजिंग. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि भारत अगली पीढ़ी के बुनियादी ढांचे में निवेश को बढ़ावा दे रहा है. तीन दिवसीय चीन यात्रा के दूसरे दिन यहां शिन्हुआ युनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, “अगली पीढ़ी के बुनियादी ढांचे से संबंधित निवेश में हम बढ़ोतरी कर रहे हैं.” अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि भारत तथा चीन आपस में प्राचीन सभ्यताओं से जुड़े हैं.
इस दौरान मोदी ने सातवीं सदी में भारत की यात्रा करने वाले चीनी यात्री ह्वेनसांग की भी चर्चा की. उनके बीच सिल्क तथा कपास व्यापार के बारे में भी बातचीत हुई. उन्होंने वित्तीय क्षेत्र में सरकार की पहल के बारे में भी चर्चा की. उन्होंने कहा, “हमने वित्तीय समावेशन पर प्रमुख योजनाओं की शुरुआत की है.”
चीन के आर्थिक विकास की प्रशंसा करते हुए उन्होंने कहा, “बीते तीन दशकों के दौरान चीन की सफलता ने वैश्विक अर्थव्यवस्था के स्वरूप को बदलकर रख दिया है. वैश्विक अर्थव्यवस्था क्रांति में भारत दूसरे पायदान पर है.” मोदी गुरुवार शाम शियान से बीजिंग पहुंचे. चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग ने शुक्रवार को उनका औपचारिक स्वागत किया. भारत तथा चीन के बीच प्रतिनिधिमंडल स्तरीय वार्ता के बाद दोनों पक्षों के बीच 24 समझौतों पर हस्ताक्षर हुए. शिन्हुआ युनिवर्सिटी एक शोध विश्वविद्यालय है, जो बीजिंग में स्थित है. इसकी स्थापना साल 1911 में हुई थी.
IANS