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इन कर्मचारियों को मिलेंगे 5 लाख रुपये, जानें कैसे उठाएं इस योजना का लाभ?

नई दिल्ली: देश में स्वच्छ भारत मिशन जैसे सार्वजनिक स्वच्छता अभियान शुरू किये गये. इस योजना के तहत पूरे भारत में 18 करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण किया गया. बहुत से लोग ऐसे हैं जो आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं. सरकार उन्हें रोजगार या वित्तीय सहायता प्रदान करके बेहतर जीवन जीने में मदद […]

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इन कर्मचारियों को मिलेंगे 5 लाख रुपये, जानें कैसे उठाएं इस योजना का लाभ?
  • September 30, 2024 8:40 am Asia/KolkataIST, Updated 3 months ago

नई दिल्ली: देश में स्वच्छ भारत मिशन जैसे सार्वजनिक स्वच्छता अभियान शुरू किये गये. इस योजना के तहत पूरे भारत में 18 करोड़ से अधिक शौचालयों का निर्माण किया गया. बहुत से लोग ऐसे हैं जो आर्थिक रूप से सक्षम नहीं हैं. सरकार उन्हें रोजगार या वित्तीय सहायता प्रदान करके बेहतर जीवन जीने में मदद करती है. इसी सिलसिले में भारत सरकार ने साल 2022 में नमस्ते योजना शुरू की थी.

क्या है नमस्ते योजना?

यह योजना सीवर और सेप्टिक टैंक की सफाई करने वाले कर्मचारियों के लिए है. इसके तहत कर्मचारियों को पीपीई किट, सुरक्षा उपकरण, व्यावसायिक सुरक्षा प्रशिक्षण, स्वास्थ्य बीमा कवरेज और काम के लिए वाहनों और मशीनों के माध्यम से स्वच्छता क्षेत्र में आजीविका के अवसर दिए जाते हैं. इइसके अलावा उन्हें अपना खुद का व्यवसाय शुरू करने के लिए भी प्रोत्साहित किया जाता है.

जानें इस योजना का उद्देश्य

सफाई कर्मचारियों के जीवन में कई कठिनाइयां हैं. अपने काम के कारण वे कई बीमारियों से पीड़ित हो जाते हैं। नमस्ते योजना के तहत यह सुनिश्चित किया जाना है. यह सुनिश्चित करने के लिए कि अस्वच्छता के कारण श्रमिकों की मृत्यु न हो, स्वच्छता कर्मचारियों को मानव अपशिष्ट के सीधे संपर्क से दूर रखा जाना चाहिए, आपातकालीन प्रतिक्रिया स्वच्छता इकाइयाँ बनाई जानी चाहिए, श्रमिकों को काम के जोखिमों के बारे में सूचित किया जाना चाहिए और उन्हें प्रशिक्षित किया जाना चाहिए.

योजना में मिलेगा ये फायदा

1. इस योजना के तहत कर्मचारियों को PPE kits और सुरक्षा उपकरण दिए जाते हैं

2- इस योजना के तहत स्वास्थ्य बीमा कवरेज भी मिलता है

3- स्वच्छता से जुड़े वाहनों और मशीनों के लिए 5 lakh रुपये तक की सब्सिडी दी जाती है

4- कर्मचारियों को स्वच्छता उद्यम (venture) शुरू करने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है

5- कर्मचारियों को अपना काम सीखने के लिए ट्रेनिंग दी जाती है.

6- जागरूकता अभियान चलाए जाते हैं ताकि सीवर और सेप्टिक टैंक की खतरनाक सफाई से जुड़ी जरूरी जानकारी दी जा सके.

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