रूस, भारत का सबसे बड़ा तेल सप्लायर है। भारतीय कंपनियां कच्चे तेल और अन्य वस्तुओं की खरीद के लिए भुगतान दिरहम या रुपये में करती हैं,
Petrol-Diesel Price: रूस, भारत का सबसे बड़ा तेल सप्लायर है। भारतीय कंपनियां कच्चे तेल और अन्य वस्तुओं की खरीद के लिए भुगतान दिरहम या रुपये में करती हैं, जिसे रूस के बैंक लोकल करेंसी रूबल में बदलकर सप्लायर को भुगतान करते हैं। इस सेवा के लिए वे भारी फीस वसूलते हैं।
रूस का सरकारी बैंक Sberbank अब इस हाई ट्रांजैक्शन फीस में कटौती पर बातचीत के लिए सहमत हो गया है। मिंट की एक रिपोर्ट के अनुसार, रूस के अन्य बैंक भी इस पहल पर सहमत हो सकते हैं। इससे देश में पेट्रोल-डीजल की कीमत में गिरावट की संभावना है।
यूक्रेन युद्ध के बाद से पश्चिमी देशों ने रूस से तेल आयात बंद कर दिया था। उस समय रूस ने भारत को डिस्काउंट पर कच्चा तेल ऑफर किया, जिससे बाद वह भारत का सबसे बड़ा सप्लायर बन गया। हालांकि, हाल के दिनों में यह डिस्काउंट कम हो गया है।
Sberbank शुरू में भारतीय कंपनियों से चार फीसदी का अतिरिक्त प्रीमियम वसूल रहा था, लेकिन अब वह इस पर नए सिरे से विचार करने के लिए तैयार है। इससे पेट्रोल-डीजल की कीमतों में गिरावट आने की उम्मीद है, जिससे महंगाई से राहत मिलेगी।
देश में मार्च से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 94.72 रुपये और डीजल की कीमत 87.62 रुपये है। लेकिन कई शहरों में पेट्रोल 100 रुपये के पार मिल रहा है।
रूसी बैंकों की ओर से राहत मिलने के बाद देश में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कमी आ सकती है, जिससे आम लोगों को राहत मिलेगी।
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