Tejas Express Railway Privatisation: निजी ऑपरेटर करेंगे दिल्ली लखनऊ तेजस एक्सप्रेस का संचालन, होगी देश की पहली प्राइवेट ट्रेन!

Tejas Express Railway Privatisation: दिल्ली से लखनऊ के बीच भविष्य में चलने वाली तेजस एक्सप्रेस देश की पहली प्राइवेट ट्रेन हो सकती है. भारतीय रेलवे दिल्ली आनंद विहार-लखनऊ जंक्शन तेजस एक्सप्रेस ट्रेन को निजी ऑपरेटर के हाथों में देने जा रहा है. इस ट्रेन का संचालन प्राइवेट सेक्टर के द्वारा किया जाएगा. तेजस एक्सप्रेस देश की पहली सेमी हाई स्पीड ट्रेन बनी थी, इसकी घोषणा 2016 के बजट में की गई थी. वहीं रेलवे के हाल ही में जारी हुए नए टाइम टेबल में दिल्ली-लखनऊ तेजस एक्सप्रेस की घोषणा की गई है.

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Tejas Express Railway Privatisation: निजी ऑपरेटर करेंगे दिल्ली लखनऊ तेजस एक्सप्रेस का संचालन, होगी देश की पहली प्राइवेट ट्रेन!

Aanchal Pandey

  • July 8, 2019 11:36 pm Asia/KolkataIST, Updated 5 years ago

नई दिल्ली. भारतीय रेलवे सेमी हाई स्पीड ट्रेन तेजस एक्सप्रेस को निजी हाथों में देने जा रहा है. दिल्ली से लखनऊ के बीच चलने वाली तेजस एक्सप्रेस को निजी ऑपरेटर चलाएंगे. यह देश की पहली ऐसी ट्रेन होगी जिसका संचालन निजी ऑपरेटर करेंगे. अब तक देश की सभी तरह की ट्रेनों का संचालन सरकार यानी कि भारतीय रेलवे के द्वारा ही किया जाता था. पीटीआई की रिपोर्ट के मुताबिक सूत्रों के हवाले से खबर मिली है कि रेलवे 100 दिन के एजेंडा के तहत अपनी दो ट्रेनों का संचालन प्राइवेट सेक्टर में देने जा रहा है. दूसरी तरफ रेलवे के निजीकरण के विरोध में कर्मचारी यूनियन प्रदर्शन भी कर रहे हैं.

तेजस एक्सप्रेस का एलान साल 2016 के बजट में किया गया था. जिसके बाद हाल ही में आए नए रेलवे टाइमटेबल में दिल्ली-लखनऊ तेजस एक्सप्रेस की घोषणा की गई. जल्द ही इसका संचालन शुरू की उम्मीद है. यह ट्रेन फिलहाल उत्तर प्रदेश के गोरखपुर के पास आनंद नगर रेलवे स्टेशन पर पार्क है.

दिल्ली आनंद विहार-लखनऊ जंक्शन तेजस एक्सप्रेस का संचालन अब प्राइवेट सेक्टर को दिया जा रहा है. भारतीय रेलवे द्वारा इसके लिए बोली लगाएगी, जिसके बाद निजी ऑपरेटर का चयन किया जाएगा. हालांकि इसका रखरखाव और पार्किंग का जिम्मा आईआरसीटीसी के पास ही होगा, इसके लिए रेलवे निजी ऑपरेटर से निर्धारित शुल्क लेगा.

लखनऊ और दिल्ली के बीच सफर करने वाले यात्रियों को कब से इस ट्रेन के शुरू होने का इंतजार है. वर्तमान में इस रूट पर 53 ट्रेनें संचालित हो रही हैं, जिसमें से एक शताब्दी भी शामिल है. दिल्ली-लखनऊ स्वर्ण शताब्दी में सफर करने वाले लोगों की संख्या काफी ज्यादा है और इस ट्रेन में दोनों शहर के बीच सफर सिर्फ 6.30 घंटे में पूरा हो जाता है.

इस रूट पर प्रीमियम ट्रेन की बढ़ती मांग को देखते हुए रेलवे ने तेजस एक्सप्रेस चलाने का एलान किया था. इस ट्रेन में शताब्दी की तरह ही एक्जीक्यूटिव और चेयर कार, दो तरह के डिब्बे लगे हैं. तेजस एक्सप्रेस की औसत स्पीड 130 किलोमीटर प्रतिघंटा है और इसकी अधिकतम स्पीड 180 किलोमीटर प्रतिघंटा है.

इस ट्रेन में यात्रियों की सुविधाओं को ध्यान में रखते हुए हर सीट पर एलसीडी स्क्रीन, यूएसबी चार्जर, अटेंडर कॉल स्वीच जैसी फैसिलिटी दी गई है. साथ ही ट्रेन में एलईडी टीवी, सीसीटीवी कैमरा, चाय/कॉफी वेंडिंग मशीन जैसी सुविधाएं भी दी गई हैं.

तेजस एक्सप्रेस का किराया शताब्दी ट्रेन से 20 से 30 फीसदी तक ज्यादा होगा. देश की पहली तेजस एक्सप्रेस मुंबई के सीएसटी स्टेशन से गोवा के बीच चल रही है.

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